जैसे ही चुनाव की घोषणा होती है राजनीतिक माहौल में एक अलग ही हलचल देखने को मिलती है। ऐसा ही कुछ अब जम्मू कश्मीर में देखने को मिला है। चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों में सरगर्मी बढ़ गई है। अब इसी सिलसिले में राहुल गांधी गुरुवार को जम्मू कश्मीर पहुंचे। जम्मू कश्मीर के दौरे के दौरान उन्होंने इस क्षेत्र को लेकर अपनी भावनाओं को लोगों के सामने रखा। उन्होंने कहा, कि “जैसे ही चुनाव की खबर सामने आई, वैसे ही कांग्रेस सबसे पहले यहां पहुंची, ताकि जम्मू कश्मीर के लोगों को यह संदेश दिया जा सके की जम्मू कश्मीर में रह रहे लोग कांग्रेस की प्राथमिकता है।” उन्होंने आगे कहा, कि “जिस राज्य को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया है, वहां के लोगों में डर का माहौल है। हम उस डर को खत्म करना चाहते हैं। ”
इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कहा, “मैं जम्मू कश्मीर के लोगों से दिल से मोहब्बत करता हूं, यह रिश्ता सालों से चला आ रहा है। उन्होंने अपनी बात में यह भी साफ किया कि कांग्रेस का गठबंधन होगा लेकिन इसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका को नजरंदाज नहीं किया जाएगा।”
लोगों के दुखों को दूर करना है हमारा उद्देश्य
राहुल गांधी ने आगे कहा, “मैं पूरे देश में लोकतंत्र की रक्षा करता हूं, लेकिन जम्मू और कश्मीर के लोगों के दर्द को खत्म करना मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हम समझते हैं कि आप किस तरह के दुख और डर का सामना कर रहे हैं। हम आपके दुखों को दूर करें और नफरत को मोहब्बत से हराएं यही कांग्रेस पार्टी का अहम उद्देश्य है।”
मैं जम्मू और कश्मीर के लोगों से मोहब्बत करता हूं ❤️ pic.twitter.com/nsAEH9kAaR
— Congress (@INCIndia) August 22, 2024
मोहब्बत से नफरत का जवाब देंगे
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे तंज करते हुए कहा, कि पहले मोदी जी गर्व के साथ जम्मू कश्मीर आते थे, लेकिन अब तो वह कहीं दिखाई नहीं देते। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को जनता ने मोहब्बत से जिताया है और वह नफरत का मुकाबला प्यार से करेंगे। श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस गठबंधन तो करेगी, मगर अपने किसी भी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज नहीं करेगी।
पीएम मोदी की उतारी नकल
इसके बाद राहुल गांधी ने मजाकिया लहजे में नरेंद्र मोदी की शैली की नकल उतारते हुए कहा, पहले मोदी जी छाती चौड़ी करके आते थे, लेकिन अब उनका आत्मविश्वास लगता है कम हो गया है। उन्होंने कहा कि, अब नफरत के माहौल में मोहब्बत की एक दुकान खोलने का समय आ गया है, क्योंकि नफरत का सबसे बेहतर जवाब केवल मोहब्बत से ही दिया जा सकता है।