अमरनाथ यात्रा: यात्रा का आज पहला दिन, 2700 लोगों का जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन को रवाना

Gaurav Sharma
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हर हर महादेव के नारों के साथ अनंतनाग जिले के पहलगाम से 2750 श्रद्धालुओं का जत्था आज बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे को डिप्टी कमिश्नर पियूष सिंगला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्रद्धालुओं का यह पहला जत्था लगभग 3 दिन में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचेगा जहां बीच में पंचतरणी और शेषनाग पर इनके रुकने की व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हर्ष व्यक्त करते हुए सभी श्रद्धालुओं की कुशल यात्रा की कामना की।

अमरनाथ यात्रा: यात्रा का आज पहला दिन, 2700 लोगों का जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन को रवाना

43 दिन चलने वाली इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर सिंगला ने बताया कि हमने वह हर संभव प्रयास किए हैं और कदम उठाए हैं जिससे श्रद्धालु ना केवल खुद को सुरक्षित महसूस करें बल्कि उनकी यात्रा भी सुखमय हो। सिंगला ने नुनवान बेस कैंप से श्रद्धालुओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने भी बुधवार को जम्मू कैंप से 4800 श्रद्धालुओं के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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जानकारी के मुताबिक इस वर्ष पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हमेशा से ज्यादा बताई है। इसके पीछे की वजह विगत 3 वर्षों में Article 370 और कोरोना की वजह से यात्रा के स्थगित होने को बताया जा रहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सुरक्षाकर्मियों की संख्या में भी भारी इजाफा किया है। साथ ही बालटाल और पहलगाम में नए सिक्योरिटी चेक पोस्ट पर बनाए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।

सरकार इस बार रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन की मदद से श्रद्धालुओं के मूवमेंट और सेहत पर भी नजर बनाए रखेगी, साथ ही ड्रोन की मदद से निगरानी निरंतर चालू रहेगी। सरकार ने सभी श्रद्धालुओं को आधार और दूसरे  बायोमेट्रिक वेरीफाइड डॉक्यूमेंट पास रखने के लिए प्रतिबंध किया है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन कराने की भी पूरी व्यवस्था की है।

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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