कन्हैया लाल के हत्यारों ने ली थी कराची में ट्रेनिंग, जांच में हुआ खुलासा

भोपाल डेस्क, रिपोर्ट। उदयपुर के कन्हैयालाल मर्डर केस में एक चौंकाने वाला सच सामने आया है जिसमें हत्यारों ने पाकिस्तान के कराची में आतंकी ट्रेनिंग लेने के सच को कुबूला है। जांच के दौरान रियाज़ और गौस मोहम्मद ने पुलिस को बताया है कि कन्हैया लाल के मर्डर के बाद उदयपुर शहर में दंगे भड़काने की हमारी तैयारी थी। इसके अलावा यह दोनों दरिंदे राजस्थान के 8 जिलों में ISIS के लिए स्लीपर सेल बनाने के काम को अंजाम देने की भी तैयारी कर रहे थे।

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इन्होंने जांच के दौरान कुबूला कि हम बेरोजगार युवाओं को बरगला कर उन्हें हमारे संगठन से जोड़ने के लिए काम कर रहे थे और उन्हें स्लीपर सेल बनाने की तैयारी कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक रियाज लगभग 20 साल पहले काम की तलाश में राजस्थान आया जिसके बाद उसका संपर्क पाकिस्तान में बैठे एक मौलाना के साथ हुआ। इस मौलाना ने रियाज़ का ब्रेनवाश किया और बाद में इसकी शादी भी कराई।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।