पीएम मोदी ने मंगलवार 24 मार्च रात 12 बजे से देशभर में 21 दिन (तीन हफ्ते) के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। इस दौरान सभी नागरिकों से पूरी तरह अपने घरों के अंदर रहने की अपील की है। पीएम मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस की संक्रमण चेन तोड़ने के लिये 21 दिन की सोशल डिस्टेंसिंग बेहद जरूरी है। ये नहीं किया तो हम 21 साल पीछे चले जाएंगे। ये बात मैं एक प्रधानमंत्री के नाते नहीं बल्कि आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं, इसलिये बाहर निकलना क्या होता है ये 21 दिन के लिये भूल जाइये। इसी के साथ पीएम ने इस महामारी से निपटने के लिये स्वास्थ्य सेवाओं के लिये 15 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान भी किया है।
सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा बचाव का कोई रास्ता नहीं
पीएम मोदी ने कहा है कि हमारे पास इस बीमारी से बचने के लिये सोशल डिस्टेंसिंग के सिवा कोई और विकल्प नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग सिर्फ मरीजों के लिये नहीं है बल्कि हम सभी के लिये हैं। उन्होने कहा कि ये खुद मेरे यानी प्रधानमंत्री के लिये भी है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया तो ये लापरवाही हम सबको बड़ी मुसीबत में झोंक देगी। अगर ये लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, और ये कीमत कितनी बड़ी होगी इसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते हैं। इसके बाद उन्होने घोषणा की कि देश आज एक महत्वपू्र्ण निर्णय करने जा रहा है, ये एक तरह से कर्फ्यू ही है, देश के हर राज्य में, हर जिले में हर शहर में 21 दिन का लॉकडाउन किया जा रहा है। निश्चित रूप से इसकी कीमत अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ेगी लेकिन अभी हमारी, केंद्र सरकार की, राज्य सरकार की प्राथमिकता हर नागरिक का जीवन बचाना है। इसीलिये मेरी आप सबसे अपील है कि आप इस समय देश में जहां है वहीं रहे। देश में 21 दिन यानी तीन सप्ताह का लॉकडाउन रहेगा।
पीएम मोदी ने कोरोना को परिभाषित कुछ इस तरह किया। को- कोई, रो- रोड, ना- पर ना निकले। वहीं पीएम मोदी ने ये भी कहा कि कोरोना के लक्षण दिखने में कई दिन लग जाते हैं, इस दौरान संक्रमित व्यक्ति जाने अनजाने कई लोगों को संक्रमण दे देता है। वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गनाइजेशन का आंकड़ा बहुत महत्वपूर्ण है, दुनिया में पहले 1 लाख मरीजों का आंकड़ा पहुंचने में 68 दिन लगे, लेकिन इसके बाद अगले 1 लाख लोगों में संक्रमण फैलने में सिर्फ 11 दिन लगे और इस आंकड़े के तीन लाख होने में सिर्फ 4 दिन लगे। इटली,अमेरिका जैसे विकसित देशों में ये बीमारी फैल रही है। इन देशों ने लॉकडाउन का पालन किया और तभी इससे बाहर निकलने में सफल हो पा रहे हैं। हमारे पास भी सिर्फ और सिर्फ यही एक मार्ग है कोरोना महामारी से बचने का। हमें हर स्थिति में घर पर रहना है, पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। हमें घर की लक्ष्मण रेखा पार नहीं करना है। हमें ये संक्रमण रोकना है, इसके फैलने की चेन को तोड़ना है। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस महामारी के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय कदम कदम पर संयम बरतने का है आपको याद रखना है, जान है तो जहान है।
देश के लिये धैर्य और अनुशासन की घड़ी
पीएम मोदी ने कहा है कि ये हमारे लिये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है, जब तक देश में लॉकडाउन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है अपना वचन निभाना है मेरी आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि आप घरों में रहकर उनका सोचिये जो अपना कर्तव्य निभाने के लिये अपनी जान खतरे में डालकर आपके लिये काम कर रहे हैं। डाक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, एंबुलेंस चलाने वाले ड्राइवर, सफाई कर्मचारियों का सोचिये और उनके लिये प्रार्थना कीजिये आपको सही जानकारी देने के लिये 24 घंटे काम कर रहे मीडियाकर्मियों, पत्रकारों के बारे में भी सोचिये आप अपने आसपास के पुलिसकर्मियों के बारे में सोचिये। जो अपने कर्तव्य के लिये दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिये केंद्र और राज्य सरकारे काम कर रही है। किसी को परेशानी न हो, सभी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई बनी रहे। इसके लिये उपाय किये गए हैं और आगे भी किये जाएंगे। ये समय गरीब तबके के लिये और मुसीबत लेकर आई है। गरीबों की मदद के लिये सरकार के साथ कई संस्थाएं और लोग साथ आ रहे हैं। जीवन जीने के लिये जो जरूरी है, उसके लिये सारे प्रयासों के साथ ही जो जरूरी है उसे सर्वोंच्च प्राथमिकता देनी ही पड़ेगी। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के लिये निरंतर फैसले ले रही है केंद्र सरकार ने आज स्वास्थ्य सेवाएं के लिये 15 हज़ार करोड़ रूपये का प्रावधान किया है।
अफवाहों से बचने की अपील
पीएम मोदी ने कहा है कि ये ध्यान रखिये कि ऐसे समय में जाने अनजाने अफवाहें भी ज़ोर पकड़ती है। मेरा आपसे आग्रह है कि किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से बचे।इस बीमारी में बिना डॉक्टरों की सलाह के कोई भी दवा न लें मेरा विश्वास है कि आप इस समय सरकार के , स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें 21 दिन का लॉकडाउन लंबा समय है। लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिये हमारे पास यही एकमात्र महत्वपूर्ण रास्ता है। कोरोना वायरस का संक्रमण चेन तोड़ने के लिये 21 दिन का सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी, ये नहीं किया तो 21 साल पीछे चले जाएंगे। ये बार आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं, इसलिये बाहर निकलना क्या होता है ये 21 दिन के लिये भूल जाइये। आप अपना ध्यान रखिये, अपनों का ध्यान रखियें और कानून-नियमों का पालन करते हुए, पूरी तरह संयम बरतते हुए इस बीमारी से जीतने के लिये सहयोग कीजिये।