HP Employees News: हिमाचल प्रदेश के अनुबंध कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए खुशखबरी है। शनिवार को सीएम सुखविंद्रर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 2 बड़े फैसले लिए गए है।पहला अनुबंध कर्मचारियों,दैनिक वेतनभोगी और आकस्मिक भुगतान कर्मचारियों को नियमित करना और दूसर सीनियर रेजिडेंट , ट्यूटर स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट का मानदेय बढ़ाना।
दरअसल, 5 अप्रैल को सीएम ठाकुर सुखविंद्रर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक सम्पन्न हुई।जिसमें 31 मार्च 2025 तक अपना दो वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके अनुबंध कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने का निर्णय लिया गया। इसी तरह चार वर्ष की निरंतर सेवा पूरी कर चुके दैनिक वेतनभोगी और आकस्मिक भुगतान कर्मचारियों (कंटिन्जेंट पेड वर्कर्स) को भी इसी तिथि से नियमित करने का निर्णय लिया गया।

हिमाचल प्रदेश के डॉक्टरों का मानदेय बढ़ा
कैबिनेट बैठक में सीनियर रेजिडेंट और ट्यूटर स्पेशलिस्ट के मासिक मानदेय को 60-65 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही सुपर स्पेशलिस्ट और सीनियर रेजिडेंट (सुपर स्पेशलिस्ट) के मानदेय (स्टाइपेंड) को 60-65 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख 30 हजार रुपये करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
मई से मिलेगा बढ़े हुए महंगाई भत्ते का लाभ
गौरतलब है कि मार्च में हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने अपने कार्यकाल का 58,514 करोड़ का तीसरा बजट पेश किया था जिसमें प्रदेश के 3.50 कर्मचारियों पेंशनरों को 3 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता देने का ऐलान किया गया था जिसकी नई दरें 15 मई 2025 से लागू होंगी।इसके अलावा 15 मई से ही पहले चरण में 70 से 75 साल के पेंशनरों के एरियर का भुगतान भी किया जाएगा। चतुर्थ से प्रथम श्रेणी कर्मियों-अधिकारियों का एरियर चरणवद्ध तरीके से जारी किया जाएगा। इससे 1,75,000 कर्मियों को लाभ होगा।