राशन कार्ड धारकों के लिए अच्छी खबर, योजना में संशोधन, अब मिलेगा महीने में दो बार राशन का लाभ, ये होंगे पात्र

अब खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा यह फैसला हुआ है कि इन कार्डधारियों के पूर्व के तीन माह के बैकलॉग राशन को अगले तीन माह में दिया जाएगा। बैकलॉग राशन दिसंबर 2023, जनवरी 2024 और फरवरी 2024 का होगा। जिसे अगले तीन माह (अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर) में दिया जाएगा।

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Jharkhand Ration Card Benefits: झारखंड के राशन कार्ड धारकों के लिए अच्छी खबर है। दिवाली से पहले हेमंत सोरेन सरकार ने राशन कार्ड धारकों को बड़ा तोहफा दिया है झारखंड सरकार ने राशन कार्ड योजना में बदलाव कर दिया है।इसके तहत हरे रंग के राशन कार्ड धारकों को अब महीने में एक बार नहीं बल्कि 2 बार राशन मिलेगा।  बैकलॉग राशन दिसंबर 2023, जनवरी 2024 और फरवरी 2024 का होगा, जिसे अगले तीन माह (अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर) में दिया जाएगा।

दरअसल, साल 2020 में झारखंड सरकार ने राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत ग्रीन कार्ड योजना शुरू की थी, जिसके जरिए लाभार्थियों को हर महीने एक रुपये प्रति किलो ग्राम की रेट पर चावल दिया जाता है। हाल ही में झारखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में राज्य खाद्य सुरक्षा योजना में ग्रीन राशन कार्ड धारकों के लाभार्थियों की संख्या को बढ़ाने के लिए मंजरी दे दी गई। इसमें ग्रीन राशन कार्ड धारकों की लिस्ट में 5 लाख नए नाम जोड़े जाएंगे,इसके बाद यह लिस्ट बढ़कर 20 लाख से 25 लाख हो जाएगी।फिलहाल ग्रीन राशन कार्ड धारकों के लाभार्थियों की संख्या 17 लाख के करीब है।

इस तरह मिलेगा दो बार राशन का लाभ

सितंबर अंत में सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 से अनाच्छादित सुपात्र लाभुकों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराये जाने के लिए राज्य योजनान्तर्गत संचालित झारखण्ड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना को संशोधित रूप में संचालन की स्वीकृति दी गई।

  • अक्टूबर के महीने में 1 से 15 तारीख तक दिसंबर 2023 का राशन और 16 से 31 तारीख तक अक्टूबर 2024 का राशन मिलेगा।
  • नवंबर महीने की 1 से लेकर 15 तारीख तक जनवरी 2024 और 16 से 30 तारीख तक नवंबर 2024 का राशन मिलेगा।
  • दिसंबर में 1 से लेकर 15 तारीख तक फरवरी 2024 और 16 से 31 तारीख तक दिसंबर 2024 का राशन मिलेगा।

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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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