DA Hike 2023 : लाखों कर्मचारियों-पेंशनर्स को मिलेगा गिफ्ट! डीए 42% से बढ़कर होगा 46%, कैबिनेट बैठक आज, शिक्षकों को भी मिल सकती है सौगात

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Bihar Employee DA Hike update : बिहार के सीएम नीतिश कुमार की अध्यक्षता में आज बुधवार को 11 बजकर 30 मिनट पर अहम कैबिनेट बैठक बुलाई गई है। इसमें सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को लेकर 2 बड़े फैसले हो सकते है। खबर है कि आज होने वाली कैबिनेट बैठक में 11 लाख सरकारी कर्मचारियों पेंशनरों के मंहगाई भत्ते में 4 फीसदी वृद्धि कर सकती है। वही दूसरी तरफ 4 लाख नियोजित शिक्षकों को भी खास तोहफा दिया जा सकता है। बुधवार को सुबह कैबिनेट की बैठक होगी।

4 फीसदी डीए में वृद्धि संभव, बढ़कर होगा 46%

दरअसल, हाल ही में केन्द्र की मोदी सरकार ने केन्द्रीय कर्मचारियों पेंशनरों के डीए में जुलाई 2023 से 4 फीसदी वृद्धि की है, जिसके बाद उनका डीए 46% हो गया है और नवंबर की सैलरी में एरियर के साथ इसका लाभ भी मिलना शुरू हो गया है। वही केन्द्र के बाद राज्यों ने भी डीए बढ़ाने का ऐलान शुरू कर दिया है और उम्मीद जताई जा रही है कि आज होने वाली कैबिनेट बैठक में 4 फीसदी डीए वृद्धि के प्रस्ताव को लाकर मंजूरी दी जा सकती है, जिसके बाद राज्यकर्मियों का डीए केन्द्र के समान 46% हो जाएगा। चुंकी इसे जुलाई 2023 से लागू किया जाएगा, ऐसे में कर्मचारियों पेंशनरों को 4 महीने का एरियर भी मिलेगा।इससे प्रदेश के 11 लाख कर्मचारी पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। इसमें चार लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी अधिकारी और छह लाख पेंशन कर्मी शामिल है।

नियोजित शिक्षकों को भी मिल सकती है सौगात

बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षकों के लिए विशिष्ट शिक्षक नियमावली को मंजूरी मिल सकती है। इसका ड्राफ्ट फाइनल रूप से तैयार कर लिया गया है। कैबिनेट की मुहर लगने के बाद सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिल जाएगा। परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों का संवर्ग जिला स्तरीय होगा। यह भी प्रावधान किया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग से सफल हुए नियोजित शिक्षक और अपने पुराने स्कूल में ही रहना चाहते हैं तो उन्हें सक्षमता परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी यानि जिन शिक्षकों ने बीपीएससी परीक्षा पास की है उन्हें सक्षमता परीक्षा नहीं देनी होगी।

 


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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