दोस्तों की शर्त बनी जानलेवा, निगल लिया साबुत अंडा, आहार नली में फंसा, नाबालिग की मौत

Atul Saxena
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Minor dies after swallowing whole egg

UP News, Minor dies after swallowing whole egg : दोस्तों के साथ हंसी मजाक में लगाई जाने वाली शर्त जानलेवा भी हो सकती है ये कोई कल्पना भी नहीं कर सकता लेकिन ये सच है, उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक 17 साल के नाबालिग की मौत शर्त पूरी करने के दौरान हो गई, उसने दोस्तों से साबुत अंडा निगलने की शर्त लगाई और गटक गया, अंडा आहार नली में फंस गया, साँस रुक गई , अस्पताल लेकर भागे तो डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।

यूपी के हापुड़ से सामने आई जानलेवा शर्त की खबर ने सबको हैरान कर दिया लोग इसे बेवकूफी कह रहे हैं और ऐसे किसी भी पागलपन से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं, हम आपको बताते है पूरा घटनाक्रम क्या है? बताया जा रहा है कि धौलाना क्षेत्र में रहने वाला 17 साल का विशानत गुरुवार की रात बाजार गया था वो एक अंडे के ठेले पर रुककर अंडे खाने लगा।

दोस्तों की शर्त पर निगल लिया साबुत, बिना छिला उबला अंडा 

कहा जा रहा है कि अंडे के ठेले पर विशानत के दो दोस्त भी मौजूद थे, बातों ही बातों में इनके बीच साबुत अंडा खाने की शर्त लग गई, शर्त पूरी करने के लिए विशानत आगे आया उसने चेलेंज स्वीकार करते हुए उबला हुआ बिना छिला अंडा मुंह में रख लिया और निगल लिया।

बिगड़ी नाबालिग की हालत, आहार नली में फंसने से मौत 

अंडा गले से नीचे उतरते ही फंस गया , विशानत को तकलीफ होने लगी और वो सीरियस होने लगा तो दोस्त और आसपास के लोग घबरा गए और उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर भागे, जहाँ डॉक्टर्स ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स ने कहा कि साबुत अंडा आहार नली में जाकर फंस गया जिससे विशानत की सांस रुक गई और उसकी मौत हो गई।

पिता ने लगाया हत्या का आरोप, पुलिस ने मामला दर्ज किया 

उधर विशानत के पिता कुलदीप ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे को उसके दोस्तों ने अंडे में कुछ मिलाकर खिलाया है जिससे उसकी मौत हुई है ये हत्या है, पुलिस ने पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है। पुलिस ने घटनाक्रम से जुड़े सभी बिन्दुओं को जांच में शामिल किया है।

एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ की अपील- ऐसा कोई भी काम ना करें जो जानलेवा बन जाये 

वहीं इस घटना को सुनने के बाद हापुड़ ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में लोग हैरान हैं वे इसे बेवकूफी बता रहे हैं, लोगों का कहना है कि 17 साल की उम्र में इस तरह की नादानियां मुर्खता ही है, एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ भी आपसे अपील करती है कि ऐसी किसी भी तरह की शर्त न लगायें जो आपने जीवन को संकट में डाल दे, आपका जीवन बहुत अनमोल है आपके परिवार को भी इसकी बहुत जरूरत है , इसलिए अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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