Aaj Ka Mausam, IMD Alert : उत्तर भारत में सर्दी का कहर लगातार बढ़ रहा है। तापमान में गिरावट जारी है। पर्वतों पर बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई है। चक्रवात का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। चक्रवात मंडूस ने तमिलनाडु रायलसीमा आंध्र प्रदेश में भारी तबाही मचाई है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी इसे कारण भारी बारिश देखने को मिली। हालांकि अब इसका जवाब कम हो रहा है मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि 2 दिन में चक्रवात पूरी तरह से अपनी तीव्रता खो देगा।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट
दक्षिण भारत के राज्य में आज भी बारिश बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया। दक्षिण भारत के कई हिस्से में लगातार तेज बारिश हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। 7 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है जबकि तीव्रता के साथ हवा चलेगी। मछुआरों को तट से दूर रहने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा निचले इलाकों से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
11 से 13 दिसंबर के दौरान भारी बारिश
रविवार को मौसम विभाग के पूर्वानुमान जताते हुए कहा कि चक्रवाती हवा के क्षेत्र देश के दो हिस्से जम्मू और कश्मीर और अंडमान सागर में बारिश और बर्फबारी के कारण बनेंगे। तमिलनाड, दक्षिण आंतरिक, कर्नाटक और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में 11 से 13 दिसंबर के दौरान भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
बारिश रिकॉर्ड
11 दिसंबर को बेंगलूर ग्रामीण, चित्रदुर्ग, मांड्या, रामनगर और तुमंगुर जिले में मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। बेंगलुरु शहर मेंसुर और हसन जिले में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। रविवार को अन्नामय्या जिले में 20.5 मिलीमीटर, चित्तूर में 22 मिलीमीटर, प्रकाशन में 10 मिलीमीटर, नेल्लोर जिले में 23 मिमी, तिरुपति 2.4 मिलीमीटर और कडप्पा जिले में 13 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
अगले 48 घंटे के लिए पूर्वानुमान जारी
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु और आसपास के जिलों में भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है। आसमान में बादल छाए रहेंगे। तेज हवा चलेगी। अगले 48 घंटे के लिए पूर्वानुमान जारी किया गया। मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई गई है। हवाओं की गति तेज होगी। धुंध छाए रहेंगे। न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जाएगी।
चक्रवात का असर
- 13 दिसंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर में चक्रवाती हवा का क्षेत्र होने की संभावना जताई गई।
- 14 और 15 दिसंबर को अंडमान निकोबार में भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना जताई गई है।
- 13 दिसंबर तक हवा की रफ्तार 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की भविष्यवाणी की गई है।
- 15 दिसंबर के दौरान पूर्व मध्य और इससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर में भी भारी बारिश का अलर्ट जताया गया है।
नया सर्कुलेशन होगा तैयार
आईएमडी ने रविवार को घोषणा की है कि 13 दिसंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र तैयार होगा। 14 दिसंबर को अंडमान और निकोबार में भारी बारिश के साथ अति भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। दिसंबर के मध्य तक बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम बनने की संभावना जताई गई है।
तमिलनाडु के मल्लापुरम में चक्रवात रविवार रात तक रहने की संभावना जताई गई है। हालांकि चक्रवाती तूफान के टकराने के साथ ही अब शेष कम दबाव वाला क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएंगे।
तेलंगाना महाराष्ट्र में सप्ताह के अंत में भारी बारिश होगी।
केरल में बारिश अगले सोमवार मंगलवार को जारी रहेगी।
उत्तर भारत के मैदानी इलाके में भी तापमान में भारी गिरावट
पहाड़ियों से आ रही बर्फीली हवा के कारण उत्तर भारत के मैदानी इलाके में भी तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है हवा में सर्दी महसूस हो रही है। जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड पंजाब हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश में तापमान में भारी गिरावट देखी गई। तीन से चार फीसद की गिरावट दिन के तापमान में रिकॉर्ड की जारी, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में बूंदाबांदी का पूर्वानुमान जताया गया।
जबकि दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड में हवा में सर्दी का अलर्ट जारी कर दिया गया है। कई राज्यों में तापमान के और अधिक नीचे गिरने की संभावना जताई गई है। दिसंबर के तीसरे सप्ताह कई शहरों में शीतलहर का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बर्फबारी के साथ बारिश की संभावना
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक गिलगित बाल्टिस्तान मुजफ्फराबाद लद्दाख जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फीली हवा का असर मैदानी क्षेत्रों पर साफ देखा जा रहा है। दिन और रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। हालांकि कुछ ही दिनों में तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। झारखंड के कई हिस्से में तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अभी कड़कड़ाती ठंड के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।