IMD Alert, Today Weather Update : देश के मौसम में बदलाव का दौर जारी है। कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं एक बार फिर से उत्तर पूर्व भारत में मानसून की सक्रियता पड़ेगी। इसके साथ ही कई राज्यों में बारिश की गतिविधि शुरू हो जाएगी।
मानसून की गतिविधि में थोड़ी कमी
बिहार झारखंड में मानसून की गतिविधि में थोड़ी कमी देखी जा सकती है। हालांकि 7 दिन के बाद एक बार फिर से मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। फिलहाल मानसून की रेखा देवघर से ऊपर उत्तर की तरफ मुड़ रही है। जिसके कारण हवा के प्रवाह में भी बदलाव देखा जा सकता है। इधर असम मेघालय मणिपुर नगालैंड मिजोरम सहित पूर्वी राज्यों में भारी बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। साथ ही भूस्खलन की स्थिति निर्मित हो सकती है। कई जगह पर वज्रपात की भी स्थिति निर्मित हो सकती है।
बिहार के 18 जिले में भारी बारिश की चेतावनी
आज बिहार के 18 जिले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज पूर्वी बिहार को छोड़कर अन्य जगह पर मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। 28 अगस्त तक तापमान में गिरावट का दौर भी जारी रहने वाला है। वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, किशनपुर, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया में 65 से 100 मिली मीटर तक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है।
UP : बारिश की गतिविधियों पर विराम
हालांकि उत्तर प्रदेश में आज के बाद एक बार फिर से बारिश की गतिविधियों पर विराम लग जाएगा। 31 अगस्त से भादो का महीना शुरू होने वाला है और भादो की शुरुआत में बारिश के कोई आसान नजर नहीं आ रहे हैं। 7 से 8 दिनों तक उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। बता दे की मानसून की रेखा कमजोर पड़ गई है। इसके साथ ही उत्तरी हवा चलेगी। जिसके कारण नमी नहीं मिलने और बदल नहीं बनने की वजह से 8 से 10 दिनों तक मौसम में उमस का एहसास होगा। जून से अब तक प्रदेश में 77.5% बारिश हो चुकी है। 12 जिले में 120% से अधिक बारिश रिकार्ड की गई हालांकि एक बार फिर से बारिश की कमी देखने को मिल सकती है।
दक्षिण राज्यों में भी हल्की बारिश का पूर्वानुमान
दक्षिण राज्यों में भी हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। हालांकि तेज बारिश की संभावना से इनकार किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक केरल कर्नाटक में हल्की बारिश रिकॉर्ड की जाएगी भारी बारिश की संभावना नहीं है इसके साथ ही अगले शनिवार से मौसम में परिवर्तन का दौर देखने को मिलेगा इस विश्व तापमान में 2 से 3% की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। आसमान में बादल छाए रहेंगे। रायलसीमा आंतरिक कर्नाटक सहित केरल तमिलनाडु में भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। न्यूनतम तापमान 19 जबकी अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान जताया गया है।
राजस्थान में बारिश की संभावना से इनकार
राजस्थान में बारिश की संभावना से इनकार किया गया है। मानसून पर ब्रेक लगने के साथ 2 सितंबर तक तेज धूप खिली रहेगी। आसमान साफ रहेगा इसके साथ ही तापमान में भी इजाफा देखा जाएगा। तापमान बढ़कर 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकते हैं। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान जताया गया है। 53% से 55% तक नमी रिकॉर्ड की जा सकती है। साथ ही 16 से 18 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।
MP : बारिश की गतिविधि पर विराम
मध्य प्रदेश में भी आगामी एक सप्ताह तक बारिश की गतिविधि पर विराम लगेगा। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी का एहसास होगा। गरम तेज हवाएं चल सकती है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश रिकार्ड की जाएगी। बंगाल की खाड़ी से जा रही नमी का असर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ उत्तर पश्चिमी इलाकों पर देखा जाएगा।
हिमाचल उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी
हिमाचल उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड बिहार सिक्किम झारखंड उड़ीसा में आगामी 1 से 2 दिनों में भारी बारिश देखने को मिलेगी। इसके लिए रेड ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू कश्मीर लद्दाख गिलगित-बाल्टिस्तान मुजफ्फराबाद हिमाचल और उत्तराखंड में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन जगहों पर तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में गलत चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान जताया गया है।
बिजली गिरने के साथ चमक और वज्रपात का भी येलो अलर्ट
वही बिहार, झारखंड, उड़ीसा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी सहित कराईकाल में बिजली गिरने के साथ चमक और वज्रपात का भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं जबकि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम प्रणाली
- मानसून रेखा फिरोजपुर करनाल मेरठ आजमगढ़ पटना देवघर सही डायमंड हार्बर और दक्षिण पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है।
- एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिम उत्तर प्रदेश के समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर के बीच ऊंचाई के दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
- पश्चिम बंगाल और सिक्किम पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन निर्मित हुआ है।
- एक रेखा पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश से बिहार और हिमालय पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वी असम तक फैल रही है।
- उत्तर दक्षिण रेखा कर्नाटक के दक्षिण आंतरिक भाग से तमिलनाडु के कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।