भूकंप के झटकों से हिला भारत का दक्षिणी तट, बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता के झटके किए गए महसूस

रविवार सुबह 9.12 बजे के करीब बंगाल की खाड़ी में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि भूकंप से किसी भी जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।

रविवार को बंगाल की खाड़ी में आए भूकंप ने भारत के दक्षिणी तटों पर हलचल मचा दी। दरअसल रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 मापी गई। वहीं इस भूकंप ने लोगों को हिला दिया, लेकिन सौभाग्य से किसी भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। कई बार भूकंप आने के बाद सुनामी का अलर्ट जारी किया जाता है, हालांकि अभी तक ऐसा कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

दरअसल 1 सितंबर, रविवार को सुबह 9:12 बजे बंगाल की खाड़ी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी ‘यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे’ (USGS) के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के परका गांव से 135 किमी दूर, समुद्र तल से 10 किमी की गहराई में स्थित था।वहीं अब तक किसी ‘आफ्टरशॉक’ की रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास केंद्र होने की वजह से वहां भी हल्के झटके महसूस किए जा सकते हैं।

समुद्र में ऊंची लहरें उठने की आशंका

वहीं भूकंप के बाद अक्सर समुद्र में ऊंची लहरें उठने की आशंका होती है, जो सुनामी का कारण बन सकती हैं। हालांकि, इस बार सुनामी का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। दरअसल भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और अन्य संबंधित एजेंसियां हालात पर पैनी नजर रख रही हैं। वहीं विशेषज्ञों की मानें तो, 5.1 तीव्रता का भूकंप सुनामी पैदा करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं जुटा सकता, फिर भी सतर्कता बनाए रखना आवश्यक है।

इसी साल पहले भी आया था भूकंप

हालांकि भूकंप के लिहाज से देखा जाए तो बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास का क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है। दरअसल इस साल अप्रैल 2024 में भी इस इलाके में 4.2 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी गहराई 10 किमी थी। यह इलाका अक्सर हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंपों का सामना करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में भारतीय प्लेट और बर्मा प्लेट के बीच की भूगर्भीय गतिविधियों के कारण समय-समय पर ऊर्जा का उत्सर्जन होता है, जिससे भूकंप आते हैं।


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Rishabh Namdev

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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