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Fri, Dec 5, 2025

कुल कितनी संपत्ति के मालिक हैं कथा वाचक इंद्रेश उपाध्याय? एक कथा की कितनी लेते हैं फीस! जानिए

Written by:Rishabh Namdev
वृंदावन के प्रसिद्ध कथा वाचक इंद्रेश उपाध्याय हरियाणा के पूर्व डीएसपी हरेंद्र शर्मा की बेटी शिप्रा शर्मा के साथ शादी के बंधन में बंध गए हैं। फेरे के बाद शाम 6:00 बजे से आशीर्वाद समारोह शुरू हो गया जिसमें देश की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। इस दौरान इंद्रेश उपाध्याय के चाहने वाले सोशल मीडिया पर भी उनकी शादी के वीडियो देखने के लिए उत्सुक हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इंद्रेश उपाध्याय की कुल संपत्ति कितनी है और वह एक कथा के लिए कितनी फीस लेते हैं चलिए जानते हैं।
कुल कितनी संपत्ति के मालिक हैं कथा वाचक इंद्रेश उपाध्याय? एक कथा की कितनी लेते हैं फीस! जानिए

आज वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और हरियाणा की शिप्रा शर्मा शादी के बंधन में बंधे। वैदिक मंत्रों के बीच कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने अग्नि को साक्षी मानकर शिप्रा के साथ फेरे लिए और उनकी मांग में सिंदूर भरा। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हो गए। इंद्रेश उपाध्याय को बड़ी संख्या में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलो किया जाता है। उनकी शादी की पल-पल की खबर उनके भक्त जानना चाहते हैं। अक्सर इंद्रेश उपाध्याय और बाबा बागेश्वर के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होते हैं। दोनों को करीबी मित्र माना जाता है।

आज इंद्रेश उपाध्याय की शादी में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी शामिल होने पहुंचे। साथ ही सिंगर बी प्राक और जाने-माने कथा वाचकों के साथ देश की कई बड़ी हस्तियां भी पहुंचीं। दरअसल शादी संपन्न होने के बाद शाम 6:00 बजे से आशीर्वाद समारोह और प्रीतिभोज का आयोजन किया गया था। इस समय सोशल मीडिया पर शादी को लेकर काफी चर्चा देखने को मिल रही है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंद्रेश उपाध्याय की कुल संपत्ति कितनी है और वह एक कथा के लिए कितनी फीस लेते हैं, चलिए जानते हैं।

कुल संपत्ति कितनी हैं?

दरअसल इंद्रेश महाराज की कुल संपत्ति कितनी है इसके बारे में औपचारिक रूप से कोई भी सूचना नहीं है लेकिन वह देश-विदेश में भजन गायन के साथ कथा वाचन भी करते हैं, जिससे वह अच्छी-खासी कमाई करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भागवत कथा सेवा की कीमत अलग-अलग राज्य और शहर के अनुसार होती है। स्थानीय वक्ताओं के लिए 11,000 से लेकर 51,000 तक, जबकि प्रमुख और प्रसिद्ध कथावाचकों के लिए 51,000 से लेकर 1,51,000 प्रति आयोजन तक यह सेवा की कीमत होती है। इतना ही नहीं, कई बार यह फीस आयोजन समितियों और आयोजकों के बजट पर भी निर्भर करती है। हालांकि इंद्रेश उपाध्याय एक कथा के लिए कितनी फीस लेते हैं इसकी औपचारिक रूप से कोई जानकारी स्पष्ट नहीं है। उनकी कथाओं की बुकिंग भी उनके मैनेजर द्वारा की जाती है।

इंद्रेश उपाध्याय जाने-माने कथा वाचक

रिपोर्ट्स की मानें तो जब भी कथा की फीस बताई जाती है तो इसमें इंद्रेश उपाध्याय के साथ कथा में आए सदस्यों की फीस भी जोड़कर आयोजकों को बताई जाती है। जानकारी दें कि इंद्रेश उपाध्याय जाने-माने कथा वाचक हैं, ऐसे में वह एक कथा के लिए मोटी रकम सेवा के तौर पर ले सकते हैं। इंद्रेश उपाध्याय ने कान्हा माखन पब्लिक स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। 13 साल की उम्र में ही उन्होंने श्रीमद् भागवत महापुराण कंठस्थ कर ली थी। स्कूल शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने पिता के साथ कथाओं और भजन का सीखना शुरू कर दिया था और पिता के साथ जाने लगे थे। यही कारण है कि आज उन्हें देश के सबसे बड़े कथा वाचकों में गिना जाता है।