Inheritance Tax: सैम पित्रोदा, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष, ने विरासत टैक्स पर एक बयान दिया, जिससे एक नई बहस शुरू हो गई है। उन्होंने अमेरिका में विरासत टैक्स के प्रबंधन के दिलचस्प कानून की बात की, जो भारत में नहीं है। दरअसल उन्होंने कहा कि अमेरिका में अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है तो उसकी मृत्यु के बाद सिर्फ 45% उसके बच्चों को हस्तांतरित होती है। बाकी 55% हिस्सा सरकार द्वारा ले लिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें इसपर चर्चा और बहस करना चाहिए।
कांग्रेस ने किया किनारा:
लेकिन इस बयान के बाद, बीजेपी ने सैम पित्रोदा पर कई पलटवार किए, लेकिन कांग्रेस ने पित्रोदा का खुलकर पक्ष नहीं रखा। दरअसल जयराम रमेश ने कहा है कि ‘लोकतंत्र में हर व्यक्ति के पास अपने विचारों को व्यक्त करने और अपनी राय रखने का अधिकार है। इसका अर्थ यह नहीं है कि सैम पित्रोदा के विचार हमेशा कांग्रेस की राय के साथ मेल खाते हो। अक्सर ऐसा नहीं होता है। उनके बयान को गलत संदर्भ में पेश करके उन्हें सनसनीखेज बनाने की कोशिश की जा रही है, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दुर्भावना और नफरत से भरे चुनाव अभियान से ध्यान भटकाया जा सके।
सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक के समान रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास में कई महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
पित्रोदा जी उन मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं जिनके बारे में वह बोलना…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 24, 2024
सैम पित्रोदा विभिन्न लोगों के मेंटर:
दरअसल जयराम रमेश ने सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स पर दिए गए बयान का स्पष्टीकरण किया है। उन्होंने बताया कि ‘सैम पित्रोदा विभिन्न लोगों के मेंटर, दोस्त और गाइड के रूप में रहे हैं, जिसमें मैं भी शामिल हैं। उन्होंने देश के विकास में अहम योगदान दिया है और वे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं जो मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं।’
वहीं बीजेपी के हंगामे के बाद सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बीजेपी पर पलटवार किया और कहा कि ‘हमारे देश में संविधान है। हमारी ऐसी कोई भी मंशा नहीं है। भाजपा यह सिर्फ वोट के लिए कर रही है।