तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अपनी टिप्पणी को लेकर उपजे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी एक बंगाली मुहावरा थी, जिसे गलत समझा गया और इसे हिंसा भड़काने वाला बयान बताकर उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ के रायपुर में प्राथमिकी दर्ज की गई। मोइत्रा ने बीजेपी पर उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और गूगल ट्रांसलेशन के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया।
मोइत्रा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बंगाली में माथा काटा जावा जैसे मुहावरे का इस्तेमाल किया, जिसका अर्थ है जिम्मेदारी लेना या शर्मिंदगी महसूस करना, न कि किसी की हिंसा की बात। उन्होंने कहा, “मूर्ख लोग मुहावरों को नहीं समझते। जब हम कहते हैं सिर काटना या सिर लुढ़कना तो यह जवाबदेही की बात करता है, न कि शाब्दिक रूप से हिंसा की।” उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी गलत व्याख्या और फर्जी एफआईआर से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
छत्तीसगढ़ पुलिस पर भी निशाना
टीएमसी सांसद ने छत्तीसगढ़ पुलिस पर भी निशाना साधा और रायपुर के पुलिस अधीक्षक को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पहले के एक मामले का जिक्र किया, जिसमें उनके निर्वाचन क्षेत्र के 12 प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था। मोइत्रा ने कहा कि वह इस एफआईआर को भी अदालत में चुनौती देंगी और बीजेपी को चेतावनी दी कि उनकी हर कोशिश उन्हें और मजबूत बनाती है। उन्होंने कहा, “हर बार जब आप मुझे निशाना बनाते हैं, आप मुझे हीरो बना देते हैं।”
राजनीतिक बदले की भावना से काम
महुआ मोइत्रा ने बीजेपी पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश कर उन्हें राजनीतिक शिकार बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि पहले भी संसद से उनके निष्कासन की कोशिश हुई, लेकिन वह जीतकर वापस आईं। मोइत्रा ने कहा, “आपके फर्जी एफआईआर से कुछ नहीं होगा, मैं और मजबूत होकर उभरूंगी।”





