Video On Internet: भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाला युगे युगीन भारतीय राष्ट्रीय संग्रहालय की योजनाओं का वर्चुअल वॉक थ्रू गुरुवार को पीएम मोदी ने किया। राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित उत्तर और दक्षिण ब्लॉकों में यह संग्रहालय बन रहा है। इस वर्चुअल वॉक थ्रू में प्रसिद्ध लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर ने अपनी आवाज दी है।
युगे युगीन भारतीय संग्रहालय की योजनाओं का वर्चुअल वॉक थ्रू को में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पित किया।यह संग्रहालय राजधानी दिल्ली के केंद्रीय सचिवालय परिसर के उत्तर और दक्षिण ब्लॉक में बनाए जाएंगे। 1930 में बनाए गए उत्तर और दक्षिण ब्लॉक में से साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय है जबकि नॉर्थ ब्लॉक में वित्त और गृह मंत्रालय है। सरकार ने 2021 में इन्हें संग्रहालय में बदलने की योजना बनाई थी। युगे युगीन राष्ट्रीय संग्रहालय 5000 साल से अधिक की भारत की समृद्ध सभ्यता संस्कृति को प्रदर्शित करेगा।
भारतीय सभ्यता की निरंतर यात्रा इसमें दिखाई जाएगी। इसमें भारतीय कला, वास्तुकला, संगीत, नृत्य, साहित्य, दर्शन के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह संग्रहालय विज्ञान प्रौद्योगिकी और गणित में भी भारत के योगदान को प्रदर्शित करेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 47 वें अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर इसका वर्चुअल वर्क थ्रू उद्घाटन किया। 1,17,000 वर्ग मीटर में बनने वाला यह संग्रहालय बेजोड़ होगा।
आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने, भारतवर्ष के गौरवशाली अतीत की स्मृतियाँ दोहराने लिए एक और सार्थक पहल की.
‘युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय’ का वर्चुअल वॉकथ्रू, आज उन्होंने देश के सामने प्रस्तुत किया.
मैं गौरवान्वित हूँ, कि इस ऐतिहासिक वीडियो में मेरी आवाज़… pic.twitter.com/V5ESncJDO3
— Manoj Muntashir Shukla (@manojmuntashir) May 18, 2023
इस संग्रहालय में सिंधु सरस्वती सभ्यता से लेकर मौर्य समाज के उत्थान और विस्तार, सातवाहन, पल्लव, कुषाण के बाद आने वाले सारे शासकों की गौरव गाथा में भी संकलित होगी। राजपूतों की शौर्य गाथा के साथ-साथ सल्तनत और मुगल काल का इतिहास भी है और उत्तर पूर्वी भारत के अहोम शासन और दक्षिण में विजयनगर साम्राज्य के साथ-साथ होयसल,यादव, मराठा शासकों का इतिहास ज्ञान देखने को मिलेगा। ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रवेश के साथ-साथ इसके बाद प्लासी और बक्सर के युद्ध जैसे युद्धों के बारे में भी बताया जाएगा और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की गाथा बीच में दर्शाई जाएगी।
स्वतंत्र भारत में एक बार फिर जिस तरह से राष्ट्र ने अपने गौरव को 75 वर्षों के अमृत काल में प्राप्त किया है उसका भी दिव्यदर्शन संग्रहालय में होगा। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि संग्रहालय से हमें एक और अतीत से प्रेरणा मिलती है तो दूसरी और भविष्य के प्रति कर्तव्य का बोध भी होता है। देश में एक नई सांस्कृतिक अवसंरचना विकसित की जा रही है। 7.45 मिनिट के इस वर्चुअल वीडयो को आवाज राष्ट्रवादी गीतकार व पटकथा लेखक मनोज मुंतशिर ने दी है, जिन्होंने शानदार तरीके से भारत के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया है।