Swati Maliwal Case: NCW ने सीएम केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार को भेजा समन, सांसद स्वाती मालीवल से बदसलूकी करने का आरोप

दिल्ली सीएम के पूर्व निजी सचिव और उनके करीबी बिभव कुमार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने समन जारी कर पेश होने की बात कही है।

Shashank Baranwal
Published on -
swati maliwal

Swati Maliwal Case: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाती मालीवाल के साथ बदसलूकी का मामला तूल पकड़ लिया है। बीजेपी इस मामले को लेकर जहां आप पर हमलावर है। वहीं, अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व निजी सचिव बिभव कुमार को समन जारी कर दिया है।

आयोग के सामने पेश होने का समन जारी

दिल्ली सीएम के पूर्व निजी सचिव और उनके करीबी बिभव कुमार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने समन जारी कर पेश होने की बात कही है। बिभव कुमार को कल यानी शुक्रवार (17 मई) को आयोग के सामने पेश होने का समन जारी हुआ है। दरअसल, आप की राज्यसभा सांसद स्वाती मालीवाल ने सोमवार को बिभव कुमार पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। इसी मामले में महिला आयोग ने खुद संज्ञान लेते हुए समन जारी किया है।

मुख्यमंत्री आवास पर हुआ मामला

आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और पार्टी की राज्सभा सांसद स्वाती मालीवाल के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर अरविंद केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार द्वारा बदसलूकी और मारपीट की गई है। वहीं, खुद स्वाती मालीवाल द्वारा पीसीआर कॉल के जरिए जानकारी दी गई, जिसमें उन्होंने बिभव कुमार पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने सिविल लाइंस थाने में इस मामले की पुलिस अधिकारियों को मौखिक जानकारी दी। फिलहाल, अभी तक मालीवाल ने इस मामले की लिखित शिकायत नहीं दर्ज कराई है।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News