NITI Aayog report: नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 26 साल बाद भारत का हर चौथा व्यक्ति होगा बुजुर्ग, पढ़े खबर

NITI Aayog report: एक रिसर्च के अनुसार दुनियाभर में 60 साल से अधिक उम्र के लोंगों की आबादी में बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसके चलते भारत में भी जन्मदर का आंकड़ा गिरा है। वहीं लोगों औसत उम्र 70 साल होने के चलते बुजुर्गों की संख्या में यह बढ़ोतरी देखि गई है।

Rishabh Namdev
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NITI Aayog report: जानकारी के अनुसार 2050 तक भारत में आने वाले समय में कुल जनसंख्या के लगभग 19.5% बुजुर्ग होंगे, हालांकि अभी यह मात्र 10% ही हैं। आपको बता दें भारत में अभी कुल आबादी के अनुसार 10.40 करोड़ लोग बुजुर्ग हैं। दरअसल अब अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में यानी आंकड़ों की बात की जाए तो 2050 तक हर चौथा भारतीय बुजुर्ग हो जाएगा। आपको बता दें यह आंकड़ा भारत के सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने ही दिया है।

वरिष्ठ नागरिक देखभाल में हो रहा सुधार:

हालांकि भारत की बात की जाए तो वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल को लेकर निति आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है। ‘भारत में वरिष्ठ नागरिक देखभाल सुधार’ के नाम से जारी रिपोर्ट में सरकार द्वारा यानि नीति आयोग ने बुजुर्ग देखभाल सेवाओं को विकसित करने के लिए बुजुर्गों के लिए लिक्विडिटी बढ़ाने के साथ, अनिवार्य बचत के लिए रिवर्स मॉर्टगेज सिस्टम शुरू करने का आह्वान किया है।

नीति आयोग का क्या है कहना?

दरअसल इसको लेकर नीति आयोग का कहना ही की आने वाले समय में बुजुर्गों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना होगा। इसको लेकर जारी किए गए पेपर में बताया गया है कि बुजुर्गों का आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए बुजुर्ग आबादी को फिर से कुशल बनाना होगा, इसके साथ ही उन्हें सार्वजनिक धन और बुनियादी ढांचे का कवरेज बढ़ाना होगा। वहीं नीति आयोग ने किफायती क्षेत्र के लिए अनिवार्य बचत योजनाएं को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।

वहीं भारत में बुजुर्गों को लेकर नीति आयोग ने सुझाव दिए है की, बुजुर्गों की देखभाल के लिए प्रौद्योगिकी और एआई के उपयोग को प्राथमिकता दी जाना चाहिए। साथ ही बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य बीमा उत्पादों को डिजाइन कर निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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