Onion export: वहीं इसकी अधिक जानकारी देते हुए उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया की यह फैसला विदेश मंत्रालय की रिकमेंडेशन के बाद ही लिया गया है। आपको बता दें की इससे पहले यानि मंगलवार (20 फरवरी) को केंद्र सरकार द्वारा प्याज को एक्सपोर्ट करने पर लगी रोक को निरस्त करने की बात से इनकार किया गया था। दरअसल इसमें सरकार का कहना था की, ‘प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए इसके निर्यात पर पहले से घोषित समय सीमा 31 मार्च 2024 तक बैन जारी रहेगा।’
40.62% बढ़ गए थे प्याज के दाम:
आपको बता दें की केंद्र सरकार ने 8 दिसंबर 2023 को प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते प्याज के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दिया था। जिसके कुछ समय बाद ही रोक को हटाने की भी बात सामने आई थी। हालांकि सरकार ने रोक जारी रखी थी। हालांकि इसके कुछ ही समय बाद देश की बड़ी-बड़ी थोक प्याज मंडियों में, 19 फरवरी को प्याज का थोक भाव 40.62% बढ़ गया था और यह 1,800 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुँच गया था, जो इससे पहले यानी 17 फरवरी को मात्र 1,280 रुपए प्रति क्विंटल था। हालांकि अब प्याज व्यापारियों को चार देशों में एक्सपोर्ट करने की परमिशन दे दी गई है।
चुनाव तक प्याज पर रोक लगाई जा सकती है:
दरअसल सरकारी न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, प्याज के एक्सपोर्ट पर अभी भी यानि 31 मार्च के बाद भी सरकार द्वारा रोक लगाई जा सकती है। आपको बता दें की, अगले महीने में देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होना है ऐसे में अगर मई महीने में मतदान होते है, तो सरकार महंगे प्याज का जोखिम नहीं उठाएगी। हालांकि इस दौरान रबी सीजन में प्याज का प्रोडक्शन कम हो सकता है। खासतौर पर महाराष्ट्र जैसे राज्यों में इसके प्रोडक्शन पर बड़ा असर हो सकता है।