नई दिल्ली।
दिवाली के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीयों के लिए बड़ा ऐलान किया है।अब करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन वाले दिन और गुरुजी के 550 वें जन्मदिन पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इमरान खान ने कहा कि भारत से करतारपुर की तीर्थयात्रा पर आने वाले सिखों को मैंने दो छूट दी है, अब उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, बस उनके पास एक वैध आईडी कार्ड होना चाहिए।
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा है कि अब सिख श्रद्धालुओं को वैद्य पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी और वे किसी भी वैद्य पहचान पत्र की मदद से यहां आ सकते हैं।इसके लिए भारतीय श्रद्धालुओं को 10 दिन पहले पंजीकरण नहीं कराना होगा। उद्घाटन के दिन और गुरु नानक की 550वीं जयंती पर कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
इस बीच भारत से करीब 1100 सिखों का पहला जत्था गुरुवार को वाघा बार्डर के जरिये पाकिस्तान पहुंच चुका है। इन सिख तीर्थयात्रियों को भी करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल होने का मौका मिलेगा। इस गलियारे के जरिए प्रतिदिन 5,000 भारतीय तीर्थयात्री गुरुद्वारा दरबार साहिब जा सकेंगे। इसके साथ ही वे ननकाना साहिब के अलावा अन्य गुरुद्वारों में भी जा सकेंगे।
बता दे कि खान करतारपुर कॉरीडोर का नौ नवंबर को उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसी दिन भारतीय सीमा में इस कॉरीडोर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद मोदी पंजाब के गुरुदासपुर में डेरा बाबा नामक में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरीडोर जाने वाले श्रद्धालुओं से बीस डॉलर सेवा शुल्क वसूलने का फैसला किया है।