नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार, 30 मार्च को घोषणा की कि पंजाब के सभी निजी स्कूल 2022-23 के सत्र के लिए फीस नहीं बढ़ा सकते। साथ ही अभिभावकों के लिए ख़ुशी की बात यह है कि अब उन्हें किसी विशेष दुकान से कपड़े और किताबें नहीं लेनी पड़ेगी। वह अब कहीं से भी खरीद सकेंगे और स्कूल इसके लिए उन्हें बाध्य नहीं कर सकता है।
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सीएम भगवंत मान का यह बयान वीडियो के जरिये आया है। जिसमे उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। उनके इन निर्णयों का उद्देश्य – फीस वृद्धि पर रोक, किताबें और कपडे खरीदना एवं सभी के लिए शिक्षा को और अधिक किफायती बनाना है। यह सभी निर्णय जल्द ही लागु किये जायेंगे, क्योंकि नए सेशन चालू होने वाले हैं। फीस बढ़ोतरी अभी नहीं होगी, इसके लिए सभी स्कूलों के प्रधानचार्यों के साथ बैठक के बाद फैसला लिया जायेगा।
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सीएम मान ने आगे कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं, लेकिन अनावश्यक शुल्क वृद्धि के कारण शिक्षा महंगी हो गई है, जिसके कारण बच्चों के स्कूल से ड्रॉप आउट में वृद्धि हुई है। शिक्षा महंगे होने के परिणामस्वरूप, माता-पिता या तो अपने बच्चों को स्कूलों से हटा देते हैं या ऐसी शिक्षा प्रदान करने के लिए मजबूर होते हैं जो उन्हें भविष्य में आजीविका कमाने में मदद नहीं करता है।
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फ़िलहाल कोई भी निजी स्कूल अभिभावकों और छात्रों को किसी विशेष दुकान से स्कूल की किताबें और स्कूल यूनिफॉर्म खरीदने के लिए मजबूर नहीं करेगा। “विशेष शहर या शहर की आबादी के आधार पर, निजी स्कूलों को बच्चों और उनके माता-पिता को वर्दी और किताबें बेचने वाली सभी दुकानों के पते उपलब्ध कराने होंगे। गौरतलब है कि ये दोनों मुद्दे पंजाब राज्य में बार-बार आ रहे हैं। कई अभिभावकों ने पंजाब के निजी स्कूलों में फीस वृद्धि और एक पसंदीदा दुकान से स्कूल की किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने की शिकायत की है।