Parliament House : संसद भवन, जो भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली का केंद्र है, एक बार फिर सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच घिर गया है। दरअसल तीन लोगों को संसद भवन में फर्जी आधार कार्ड के जरिए प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया है। हालांकि यह घटना संसद की सुरक्षा के प्रति सख्त रुख रखने वाली केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की चौकस नजरों के कारण विफल हो गई।
घटना का विवरण:
दअरसल गुरुवार को, CISF के जवानों ने संसद भवन के गेट नंबर 3 पर तीन लोगों को संदिग्ध गतिविधियों के चलते रोका। वहीं जब उनसे पहचान पत्र मांगा गया, तो उन्होंने फर्जी आधार कार्ड पेश किए। जिसके बाद CISF के जवानों को इन आधार कार्डों पर शक हुआ और उन्होंने तुरंत इनकी सत्यता की जांच की। जांच के दौरान ये आधार कार्ड फर्जी पाए गए, जिसके बाद तीनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की हुई पहचान:
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान कासिम, मोनिस, और शोएब के रूप में हुई है। वहीं पकडे जाने के बाद ये सभी आरोपी खुद को मजदूर बता रहे हैं। गिरफ्तारी के बाद इन्हें दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है, जो फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस इनकी मंशा और संसद भवन में प्रवेश की कोशिश के पीछे की योजना का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण मामला:
दरअसल संसद भवन जैसी उच्च सुरक्षा क्षेत्र में इस तरह की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती और उसमें किसी भी प्रकार की चूक को सुधारने के प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित करती है। CISF की तत्परता और चौकसी ने एक बड़ी सुरक्षा चूक को टाल दिया, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा उपायों की समीक्षा और उन्हें और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
हालांकि दिल्ली पुलिस तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इनका मकसद क्या था और ये किसके निर्देश पर संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रहे थे। साथ ही, यह भी जांचा जा रहा है कि इनके पास फर्जी आधार कार्ड कैसे आए और इन्हें बनाने में किसका हाथ है।
संसद भवन की सुरक्षा:
दरअसल संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है, और यहां पर हर आने-जाने वाले की सख्त जांच होती है। CISF के जवान हर प्रवेश द्वार पर तैनात रहते हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करते हैं। इसके साथ ही संसद भवन में प्रवेश के लिए केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही अनुमति दी जाती है, और पहचान पत्र की जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाता है।