Road Accidents: यूपी सरकार ने प्रदेश में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक अनोखा कदम उठाया है, जानकारी के अनुसार अब यूपीएसआरटीसी (UPSRTC) बसों के केबिन में ड्राइवर के परिवार की फोटो लगाने का निर्णय लिया हैं। दरअसल इस नए नियम का मुख्य उद्देश्य है कि ड्राइवर अपने परिवार का ध्यान रखें, साथ ही बस की गति को भी नियंत्रित रखें, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आ सके।
बसों के हादसों में 50 प्रतिशत की कमी:
दरअसल उत्तरप्रदेश के परिवहन आयुक्त सीबी सिंह ने सभी आरटीओ और एआरटीओ और उप परिवहन आयुक्तों (डीटीसी) को इस नए नियम का पालन करने के लिए आदेश जारी किया है। आपको बता दें कि यह नियम आंध्र प्रदेश से लिया गया है, जहां इसे पहले ही लागू कर दिया गया था। डीटीसी पीएस सत्यार्थी ने बताया कि इस प्रयोग से बसों के हादसों में 50 प्रतिशत की कमी आई थी। इसके अलावा, कर्नाटक के कुछ जिलों में भी यह नियम लागू किया गया है।
जानें क्यों लिया गया यह निर्णय:
डीटीसी ने बताया कि सड़क हादसों का अक्सर कारण बस ड्राइवरों की गलति पाया जाता है, दरअसल सफर के दौरान बस में कई यात्री सवार होते हैं। जानकारी के अनुसार इस नई पहल के तहत, बसों को सबसे पहले कवर किया जाएगा, क्योंकि इससे हादसों में कमी आ सकती है। डीटीसी ने बताया गया कि 70 प्रतिशत सड़क हादसों का कारण ड्राइवरों के द्वारा नियमों का उल्लंघन और ध्यान में कमी के कारण होते हैं, जैसे कि नशे में गाड़ी चलाना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना या फिर गाड़ी चलाते समय फोन पर ध्यान देना।
यूपी में सड़क हादसों में मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे है। दरअसल 2023 में, 23652 लोगों की मौत होने के बाद, यह एक चिंताजनक तस्वीर प्रकट करता है। यहां एक नजर डालने पर पता चलता है कि 2022 में 22,595 लोगों की मौत हुई थी, जिससे 2023 में मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। यह साबित करता है कि सड़क सुरक्षा में सुधार करने की जरूरत है।