नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। पूरी दुनिया आज योग की ताकत को पहचानती है, इसलिए आज दुनिया के कोने-कोने में ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जा रहा है। योग शारीरिक और मानसिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है। इस वर्ष की थीम ‘मानवता के लिए योग’ है।
इसी कड़ी में देश के पीएम नरेंद्र मोदी कर्नाटक के मैसूर में सामूहिक योग समारोह में हिस्सा ले रहे हैं, जहां 75 प्रतिष्ठित स्थानों से मंत्री उनके साथ शामिल हुए हैं। इस सामूहिक कार्यक्रम में 15,000 से अधिक लोग भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर सभी को बधाई देते हुए और योग के फायदे पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “आज, दुनिया के सभी हिस्सों में योग का अभ्यास किया जा रहा है। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है, यह हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाती है।”
इससे पहले प्रधानमंत्री ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा, “कल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में चिह्नित किया जाएगा। ‘मानवता के लिए योग’ की थीम द्वारा निर्देशित, आइए हम इस योग दिवस को सफल बनाएं और योग को और लोकप्रिय बनाएं।”
इस अच्छी पहल की शुरुआत पीएम मोदी द्वारा ही की गई थी। 2014 में संयुक्त राष्ट्र की जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह प्रस्ताव रखा था, जिसे मात्र 3 महीने के अंदर ही भारी बहुमत के साथ स्वीकृति मिल गई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने तब 177 देशों के समर्थन से इसकी घोषणा की। पहला योग दिवस 2015 में मनाया गया था।
बता दे, मैसूर में प्रधान मंत्री का योग कार्यक्रम भी उपन्यास कार्यक्रम ‘गार्जियन योग रिंग’ का हिस्सा है, जो 79 देशों और संयुक्त राष्ट्र संगठनों के साथ-साथ विदेशों में भारतीय मिशनों के बीच एक सहयोगी अभ्यास है।