Rajasthan Weather : मौसम का बदला मिजाज, दिन में धूप के तीखे तेवर, 19 से फिर बदलेगा मौसम, कई जिलों में बारिश का अलर्ट

IMD ने बताया कि 17 फरवरी से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है जिसके प्रभाव से 19 फरवरी से फिर प्रदेश का मौसम बदलेगा, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर आदि संभागों के जिलों में कहीं कहीं 19 और 20 फरवरी को बारिश हो सकती है।

Atul Saxena
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Rajasthan Weather Update Today 16 February 2024 : राजस्थान के मौसम में आये बदलाव से लोगों ने राहत की सांस ली है, गुरुवार को अच्छी धूप खिली थी और शुक्रवार को भी अधिकांश जिलों में सुबह से ही सूरज आसमान पर दिखाई दिया जिससे सर्दी के तेवर नरम पड़ गए हैं हालाँकि अभी सुबह रात की सर्दी है उधर 19 फरवरी से मौसम में फिर बदलाव की संभावना मौसम विभाग ने जताई है, इस दौरान कई जिलों में बारिश के आसार दिखाई दे रहे हैं ।

तीन पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित कर चुके मौसम

आईएमडी ने बताया कि पिछले करीब एक पखवाड़े में तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए जो राजस्थान के मौसम को बार बार प्रभावित कर रहे हैं, IMD ने कहा कि 31 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ जिसका असर दो दिन रहा, दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 3 फरवरी को एक्टिव हुआ जिसमें एक सप्ताह तक मौसम को प्रभावित किया, तीसरा पश्चिमी विक्षोभ 13 फरवरी को सक्रिय हुआ जिसने बारिश कराई और बर्फीली हवा चलने से फिर सर्दी बढ़ गई।

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17 फरवरी से एक्टिव होगा चौथा पश्चिमी विक्षोभ

IMD ने बताया कि 17 फरवरी से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है जिसके प्रभाव से 19 फरवरी से फिर प्रदेश का मौसम बदलेगा, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर आदि संभागों के जिलों में कहीं कहीं 19 और 20 फरवरी को बारिश हो सकती है, इस दौरान बादल गरजने और बिजली चमकने की भी आशंका है, बारिश से मौसम के फिर सर्द होने के आसार हैं।

फतेहपुर में 4.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा पारा  

पिछले 24 घंटों की जानकारी देते हुए मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सबसे कम न्यूनतम तापमान फतेहपुर में 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस डूंगरपुर में दर्ज किया गया, उधर गंगानगर जिले में कई जगह सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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