बेटियों की पढ़ाई में नहीं आएगी रुकावट, हर महीने मिलेगी स्कॉलरशिप, इन 5 योजनाओं का उठायें लाभ, देखें लिस्ट

भारत सरकार छात्राओं के लिए विशेष स्कॉलरशिप योजनाएं चला रही है। जिनका लाभ उठाकर छात्राएं अपने करियर के लक्ष्यों को पूरा कर सकती हैं।

Scholarships For Femal Students

Scholarships For Female Students: शिक्षा महिलाओं के जीवन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एजुकेशन के जरिए बच्चे दुनिया और समाज के बारे में जानते हैं। एक शिक्षित महिला पूरे पीढ़ी को शिक्षित करती है। भारत सरकार भी बालिकाओं को पढ़ाई-लिखाई के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई स्कॉलशिप चला रही है। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर हम आपको ऐसे ही कुछ सरकारी स्कॉलशिप प्रोग्राम के बारे में बताने जा रहे हैं-

सीबीएसई मेरिट स्कॉलरशिप स्कीम फॉर सिंगल गर्ल चाइल्ड

इस स्कॉलरशिप स्कीम के तहत 10वीं पास छात्राओं को हर महीने 500 रुपये छात्रवृति प्रदान की जाती है। इस स्कीम का लाभ ऑनलाइन उठाया जा सकता है। योजना सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए उपलब्ध है।

पोस्ट ग्रेजुएट इंदिरा गांधी स्कॉलशिप फॉर सिंगल गर्ल चाइल्ड

यह स्कॉलशिप भी सिंगल गर्ल चाइल्ड के लिए चलाई जा रही है। पोस्ट ग्रेजुएट छात्राएं इसका लाभ उठा सकती हैं। चयनित छात्राओं को हर महीने 2000 रुपये छात्रवृति कोर्स पूरा होने तक मिलती है।

AICTE प्रगति स्कॉलशिप

इस स्कॉलशिप का संचालन एआईसीटीई द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। डिग्री के पहले साल या डिप्लोमा प्रोग्राम की छात्राएं इसके लिए आवेदन कर सकती हैं। स्कीम के तहत 50,000 रुपये सलाना छात्रवृति कोर्स पूरा होने तक मिलती है।

बेगम हज़रत महल नेशनल स्कॉलरशिप

यह स्कॉलरशिप स्कीम अल्पसंख्यक समूह के छात्राओं के लिए उपलब्ध है। स्कीम के तहत 9वीं और 10वीं के छात्राओं को प्रतिमाह 5000 रुपये की छात्रवृति मिलती है। 11वीं और 12वीं के लिए छात्रवृति की राशि 6000 रुपये प्रति माह होती है।

महिला वैज्ञानिक योजना-बी

WOS-B स्कॉलशिप स्कीम का उद्देश्य छात्राओं को साइंस और टेक्नोलॉजी करियर के लिए प्रोत्साहित करना है। साथ ही उनके लिए अवसर प्रदान करना हैं। 27 से 45 वर्ष आयु की महिलायें स्कॉलशिप का लाभ उठा सकती हैं। M.Sc के लिए छात्रवृति की राशि 31,000 रुपये प्रतिमाह होती हो। M.Tech के लिए 40,000 रुपये और पीएचडी के लिए 55,000 रुपये प्रतिमाह छात्रवृति होती है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News