Solar Eclipse: क्या अन्य ग्रहों पर भी होता है सूर्य ग्रहण? जानें इस खबर में सब कुछ

Solar Eclipse: 8 अप्रैल को हुए सूर्य ग्रहण की घटना के बारे में सभी दिशाओं में चर्चा है। यह विशेष सूर्य ग्रहण अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, और मेक्सिको जैसे कई देशों में देखा गया। मैक्सिको के समय अनुसार सुबह 11 बजते ही दिन में अंधेरा छा गया।

Rishabh Namdev
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Solar Eclipse: 8 अप्रैल को हुए साल के पहले पूर्ण सूर्य ग्रहण की तस्वीरें अब चर्चा का विषय बन रही हैं। दरअसल मैक्सिको के साथ-साथ इसका असर अमेरिका और कनाडा में भी देखने को मिला। जानकारी के अनुसार ग्रहण के रास्ते में पड़ने वाले राज्यों में करीब 4 मिनट 28 सेकेंड तक दिन में अंधेरा रहा। जिसके बाद यह अद्भुत नजारा सुर्खियां बटोर रहा हैं। हालांकि लोगों में ग्रहण को लेकर कई सवाल होते हैं। लेकिन एक सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि क्या पृथ्वी के अलावा भी दुसरे ग्रहों पर भी सूर्य ग्रहण लगता हैं? यदि आपके मन में भी इसको लेकर कई सवाल उठते हैं तो आज हम इस सवाल का उत्तर आपको इस खबर में देने वाले हैं।

Solar Eclipse: क्या अन्य ग्रहों पर भी होता है सूर्य ग्रहण? जानें इस खबर में सब कुछ Solar Eclipse: क्या अन्य ग्रहों पर भी होता है सूर्य ग्रहण? जानें इस खबर में सब कुछ Solar Eclipse: क्या अन्य ग्रहों पर भी होता है सूर्य ग्रहण? जानें इस खबर में सब कुछ

सूर्य ग्रहण की यह अद्भुत घटना:

पृथ्वी पर होने वाले इस सूर्य ग्रहण की तरह अन्य ग्रहों पर भी ऐसे ही रोचक तथ्य हैं। दरअसल अभी तक पृथ्वी के अलावा, मंगल, बृहस्पति, और शनि जैसे ग्रहों पर भी सूर्य ग्रहण की घटना देखी गई है। आपको बता दें कि पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण की यह अद्भुत घटना तभी होती है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। इससे सूर्य का पूर्ण ढकना होता है जिसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है।

क्या अन्य ग्रहों पर भी होता हैं सूर्य ग्रहण?

मंगल ग्रह पर सूर्य ग्रहण की घटना का उल्लेखनीय उदाहरण है। साल 2013 में मंगल पर सूर्य ग्रहण की घटना देखी गई थी। इसके साथ ही, बृहस्पति ग्रह पर भी सूर्य ग्रहण की घटनाएं नोट की गई हैं। साल 2004 में बृहस्पति ग्रह पर तीन सूर्य ग्रहण की घटना एक साथ हुई थी। इसके अतिरिक्त, शनि ग्रह पर भी 15 साल में एक बार सूर्य ग्रहण की घटना होती है। साल 2006 में शनि ग्रह पर सूर्य ग्रहण की अनोखी घटना देखी गई थी।

हालांकि, 8 को हुआ सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया। भारतीय समयानुसार, इस विशेष घटना का आरंभ रात के 9 बजकर 12 मिनट पर हुआ। सूर्य ग्रहण की यह अद्भुत घटना हमें हमारे सौरमंडल की अद्वितीयता और विज्ञान के अद्भुत गहराईयों को समझने का अवसर प्रदान करती है। यह आकर्षक दृश्य न केवल वैज्ञानिकों के लिए बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी एक अद्भुत अनुभव है।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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