भारत का इकलौता राज्य, जहां नहीं है एक भी रेलवे स्टेशन, फिर भी पर्यटकों के लिए बना पहली पसंद

भारत का यह राज्य प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और समृद्ध संस्कृति के कारण यह पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है, लेकिन यहां आज भी रेलवे स्टेशन नहीं है।

Sanjucta Pandit
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Which State not have Single Railway Station : भारत में एक से बढ़कर एक जगह है जो अपने अलग-अलग खासियत के लिए जाना जाता है। कुछ राज्य धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, तो कहीं की संस्कृति लोगों को काफी ज्यादा पसंद आती है। कुछ राज्य ऐसे हैं जहां ठंड अधिक पड़ती है, तो कुछ राज्य ऐसे हैं जहां गर्मी ज्यादा करती है। हर एक राज्य अपने साथ इतिहास और विरासत समेटे हुए हैं। इन सभी को जोड़ने का काम भारतीय रेलवे करता है।

आधुनिक काल में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए इंडियन रेलवे द्वारा संचालित ट्रेनों में सफर बेहद आसन और सस्ता हो चुका है। यह एक स्टेट से दूसरे स्टेट को कनेक्ट भी करता है।

भारत का वो राज्य जहां नहीं है एक भी रेलवे स्टेशन

भारतीय रेलवे द्वारा लगभग हर रोज 1300 से अधिक ट्रेनें संचालित की जाती हैं, जो कई रूटों से होकर गुजरती हैं। इस दौरान वह एक नहीं बल्कि कई राज्यों से निकलती हैं। इस दौरान यात्री हर एक राज्य की भाषा शैली, खानपान और विरासत को करीब से देख पाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत का एक ऐसा राज्य भी है, जहां एक भी रेलवे स्टेशन नहीं है।

सिक्किम (Sikkim)

जी हां! बिल्कुल सही सुना आपने। भारत में एक ऐसा राज्य भी है, जहां अभी तक एक भी रेलवे स्टेशन नहीं है। दरअसल, इस राज्य का नाम सिक्किम है। यहहां रेलवे का नेटवर्क अभी तक नहीं पहुंच पाया है। यह जनसंख्या और एरिया दोनों के हिसाब से देश का दूसरा सबसे छोटा राज्य है। पहाड़ की वादियों में गिरा यह सुंदर सा राज्य सालों भर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और पर्यावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां का शांत वातावरण लोगों को काफी पसंद आता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य 82% भाग हरे भरे पेड़ों से ढका हुआ है।

जल्द मिलेगा पहला रेलवे स्टेशन

हालांकि, इसी साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम को रंगपो में सिक्किम में पहले रेलवे स्टेशन की आधारशिला रखी थी। जिसे तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण में सेवोके से रंगपो तक, दूसरे चरण में रंगपो से गंगटोक तक और तीसरे चरण में गंगटोक से नाथुला तक इस परियोजना का विस्तार किया जाएगा, जिससे यहां के लोगों को काफी फायदा होगा। बता दें कि अब तक यहां रेलवे नेटवर्क का विस्तार न करने की सबसे बड़ी वजह भौगोलिक दृष्टिकोण रही है। राज्य में समतल क्षेत्र न होने के कारण रेलवे लाइन बिछा पाना चुनौतियों से भरा हुआ है, लेकिन जल्द ही यहां के लोगों को पहला रेलवे स्टेशन मिल सकेगा। इसके लिए सरकार द्वारा तेजी से कार्य भी किया जा रहा है।

इन जगहों को करें एक्सप्लोर

यदि आप इस राज्य को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो आप गंगटोक, नाथुला दर्रा, चंगू झील, युमथांग वैली, लाचुंग और लाचेन, रूमटेक मठ सहित कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान जा सकते हैं।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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