देश के खाद्यान्न व्यापारियों में बेहद रोष एवं आक्रोश, जानें क्या है पूरा मामला

Amit Sengar
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नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। प्री-पैक्ड (पैक किए गए) (pre-packed) और लेबल वाले खाद्य पदार्थों एवं कुछ अन्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में लाने की सिफारिश पर देश के खाद्यान्न व्यापारियों में बेहद रोष एवं आक्रोश है,और कॉउन्सिल के इस कदम को छोटे निर्माताओं एवं व्यापारियों के हितों के खिलाफ करार दिया गया, जिससे आम सामान की कीमत पर बड़े ब्रांड का कारोबार बढ़ेगा।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”