The Only City in India Where 3 Seas Meet : भारत में एक से बढ़कर एक घूमने वाली जगह हैं, जहां देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी लोग पहुंचते हैं। यहां धार्मिक और सांस्कृतिक का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलता है। इतिहास और विरासत समेटे हुए भारत का हर एक शहर अपने आप में अलग महत्व रखता है। यहां का कोई शहर चाय की पत्तियों के लिए जाना जाता है, तो कोई शहर पढ़ाई के मामले में सबसे आगे है। कोई शहर सफाई के मामले में नंबर वन पर है, तो कोई शहर उद्योगों के लिए जाना जाता है। कोई शहर नदियों का उद्गम स्थल माना जाता है, तो कोई शहर अपने अनोखे पहनावे-उढ़ावे के लिए लोगों के बीच प्रसिद्ध है।
ऐसे ही एक शहर का नाम आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जहां तीन समुद्रों का संगम होता है और यह भारत का इकलौता शहर है।

भारत का एकलौता शहर
जी हां! इस शहर के बारे में शायद ही बहुत कम लोगों को जानकारी होगी। हालांकि, प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तरह के सवाल अक्सर पूछे जाते हैं। इसलिए इसका जवाब सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी पता होना जरूरी है।
कन्याकुमारी (Kanyakumari)
दरअसल, इस शहर का नाम कन्याकुमारी है, जो कि तमिलनाडु का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता लोगों का मन मोह लेती है। यह ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह शहर भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिणतम छोर पर स्थित है, जहां बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है। यह नजारा बहुत अद्भुत है। यहां समुद्र के बीच में स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था। इस शहर को तीन समुद्रों की भूमि भी कहा जाता है। इसके अलावा, इस त्रिवेणी संगम के नाम से भी जाना जाता है।
ऐसे पड़ा ये नाम
शहर के इतिहास और नामकरण की बात करें तो इसका नाम देवी कन्याकुमारी के नाम पर रखा गया है। मान्यताओं के अनुसार, देवी कन्याकुमारी को भगवान श्रीकृष्ण की बहन माना जाता है। वह बचपन से ही भगवान शिव की परम भक्त थीं।
करें एक्सप्लोर
यदि आप भी कन्याकुमारी एक्सप्लोरर करना चाहते हैं, तो आप यहां पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर प्रतिमा, कन्याकुमारी मंदिर, संगम स्थल, सनराइज और सनसेट पॉइंट, गांधी मंडपम, आदि जा सकते हैं। इसके अलावा, आप यहां भगवती अम्मन मंदिर जा सकते हैं, जो 51 शक्तिपीठों में से एक है। बता दें कि जो भी भक्त इस मंदिर में प्रवेश करते हैं, उससे पहले वह त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाते हैं। यहां घूमने का बेस्ट टाइम अक्टूबर से मार्च महीने का माना जाता है, क्योंकि इस वक्त मौसम काफी सुहावना होता है।