Top Historical Spots: ऐतिहासिक स्थलों पर घूमने का है शौक, गौतम बुद्ध से जुड़ी इन 5 जगहों की जरूर करें सैर
भारत का इतिहास से बहुत ही गहरा नाता है, आपको भी यहां का इतिहास अपनी और आकर्षित करता है तो घूमने फिरने की दृष्टि से यहां कई ऐसे स्थल मौजूद हैं। आज हम आपको कुछ टॉप ऐतिहासिक स्थलों (Top Historical Spots) की जानकारी देते हैं जिनका गौतम बुद्ध से गहरा नाता है।
Top Historical Spots UP: पर्यटन के लिहाज से हमारे देश में कई सारी जगह मौजूद है। प्राकृतिक स्थल अद्भुत संस्कृति या फिर ऐतिहासिक धरोहर सभी तरह के स्थान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अगर आपको भी इतिहास में रुचि है पर ऐतिहासिक जगह घूमने जाना आपको अच्छा लगता है तो आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में जानकारी देते हैं जिनका इतिहास से गहरा नाता है।
गौतम बुद्ध और इतिहास आपस में अच्छी तरह से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। बुद्ध से जुड़ी कई ऐसी जगह है जिन का ऐतिहासिक महत्व बहुत ज्यादा है। बौद्ध धर्म से जुड़ी जगहों में सारनाथ सबसे प्रसिद्ध है जहां गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। घूमने के लिए हादसे यह जगह बहुत ही शानदार है क्योंकि यहां पर कई सारे टूरिस्ट स्पॉट मौजूद हैं। वाराणसी से आसानी से सारनाथ पहुंचा जा सकता है, वाराणसी कैंट स्टेशन से ये महज 13 किमी दूर है।
ये है Top Historical Spots
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सारनाथ संग्रहालय
सारनाथ पुरातत्व संग्रहालय बहुत ही पुराना संग्रहालय है जहां कई वस्तुओं को संरक्षित कर के रखा हुआ है। गंगा और वरुण नदी के संगम पर मौजूद इस संग्रहालय की सुरक्षा के एएसआई के द्वारा की जाती है। जिन लोगों को इतिहास में गहरी रूचि है उनके लिए यह बेस्ट प्लेस है।
धमेक स्तूप
गौतम बुद्ध की धर्म स्थली के नाम से प्रसिद्ध सारनाथ में कई सारे ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं जहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इन्हीं में से एक जगह है धमेक स्तूप जो बहुत ही शानदार है, इसका निर्माण सम्राट अशोक ने करवाया था। इतिहासकारों के मुताबिक यह वही जगह है जहां पर भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। 43.6 मीटर ऊंचा 28 मीटर चौड़ा ये स्तूप ईट से बनाया गया है।
चौखंडी स्तूप
सारनाथ का चौखंडी स्तूप गुप्त काल के दौरान बनाया गया था। यहां एक टीले पर भवन बना हुआ है जो अष्टकोणीय आकार की मीनार से घिरा हुआ है। बौद्ध धर्म में इस स्थान का विशेष महत्व माना जाता है क्योंकि भगवान बुद्ध ने यहां शिक्षा ग्रहण करने के बाद पंचवर्गीय भिक्षुओं से मुलाकात की थी।
मूलगंध कुटी विहार
मूलगंध कुटी विहार सारनाथ का एक प्रसिद्ध मंदिर है जो भगवान बुद्ध को समर्पित किया गया है। 1931 के दौरान इस मंदिर का निर्माण किया गया था। यहां के प्रवेश द्वार पर तांबे की एक विशेष घंटी लगी हुई है इसी के साथ मंदिर में प्रसिद्ध बोद्धि पेड़ भी मौजूद ही। हरी भरी घास से भरा हुआ पूरा मंदिर परिसर बहुत ही खूबसूरत है।
थाई मंदिर
सारनाथ के थाई मंदिर को इसकी अद्भुत वास्तुकला के लिए जाना जाता है। थाईलैंड, जापान और चीन जैसे देशों से हजारों की संख्या में लोग इस वास्तुकला को निहारने के लिए पहुंचते हैं। थाई समुदाय ने इस अद्भुत मंदिर का निर्माण करवाया था। मंदिर परिसर में एक खूबसूरत बगीचा है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।