नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट | बांग्लादेश में एक बेहद बुरी घटना सामने आई है। दरअसल, बांग्लादेश के पंचगढ़ में नाव पलटने से अब तक कुल 60 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि घटना रविवार की है। जब इस नाव में अपनी क्षमता से अधिक लोग सवार होकर महालया के अवसर पर बुद्धेश्वरी मंदिर जा रहे थे। तभी इस अनहोनी ने इतने लोगों की जान ले ली। बता दें कि रविवार के दिन नाव पलटने की घटना के बाद 26 लोगों के मौत की सूचना थी लेकिन अब इस घटना में 60 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। जिनमें 25 महिलाएं समेत 13 बच्चे शामिल हैं। सभी माता की भक्ति में लीन होकर बुद्धेश्वरी मंदिर जा रहे थे लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यह यात्रा उनके जीवन की आखिरी यात्रा होगी।
वहीं, घटना की सूचना पाते ही आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंची और जिस जगह घटना हुई वहां पर लोगों की तलाश में जुट गई। जिसके बाद एक-एक करके शवों को बरामद किया गया। इस घटना को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए।
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बता दें कि बांग्लादेश में यह पहली घटना नहीं जब नाव के पलटने से इतने लोग अपनी जान गवां चुके हैं। दरअसल, बांग्लादेश में गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी बहुत बड़े स्तर तक फैली हुई है। इस देश में कुल 230 छोटी, बड़ी नदियां है जिसके कारण पूरा देश नदियों से घिरा भरा पड़ा है। लोगों को कहीं भी जाने के लिए ज्यादातर नाव का इस्तेमाल करना पड़ता है। वहीं, सरकार की तरफ से नाव के लिए सुरक्षा नियम कानून बनाए गए हैं। जिसके तहत अपनी क्षमता से अधिक लोगों को चढ़ाना वर्जित है। इसके बावजूद नाव चालक मनमानी करते हुए क्षमता से अधिक लोग नाव पर चढ़ा कर यात्रियों की जान खतरे में डालत है और नदी को एक छोर से दूसरी छोर तक पहुंचाते हैं। जिसके कारण आए दिन यहां पर ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती है।
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पिछले साल दिसंबर में ही एक यात्री नाव एक मालवाहक जहाज से टकरा गया, जिससे 37 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी। वहीं, इससे पहले बांग्लादेश की भोला द्वीप के पास नाव पलट जाने से 50 लोगों की मौत हो गई थी। सरकार की बंदिशों के बावजूद ऐसी घटनाएं घट रही है। ऐसे में सरकार और प्रशासन को और कड़ाई करने की जरुरच है। तभी ऐसी घटनाओं पर रोक लगाना संभवाना है।