ये है भारत का सबसे बड़ा गांव, जिसमें समा सकते हैं कई देश!

यह गांव आकार में इतना बड़ा है कि इसमें वेटिकन सिटी जिसका क्षेत्रफल (44 हैक्टेयर), मोनाको (2 किमी), जिब्राल्टर (6.5 किमी) और टोकेलाऊ (12) जैसे देश आराम से समा जाएंगे। इस गांव की यही खासियत इसे एशिया का सबसे गांव भी बना देती है।

विश्व में जनसंख्या के मामले में पहले स्थान पर आने वाला हमारा देश भारत की 70 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या गांव में रहती है। इन गांवो में से कुछ गांव वेटिकन सिटी जैसे देश से कई गुना बड़े हैं। साल 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में करीब 6 लाख 28 हजार 221 से ज्यादा गांव हैं, इसमें सबसे ज्यादा गांव उत्तरप्रदेश में हैं जिनकी संख्या एक लाख सात हजार है।

वहीं, सबसे कम गांवो के मामले में गोवा आखिरी स्थान पर है, जहां मात्र 411 ही गांव हैं और दुनिया का सबसे बड़ा गांव भी यूपी के गांवों में से एक है।

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गहमर गांव (Gahmar Village)

यूपी के गाजीपुर जिले के गहमर गांव के पास एशिया का सबसे बड़ा गांव होने का दर्जा दिया जाता है, जहां की कुल जनसंख्या एक लाख 20 हजार से ज्यादा है और इसमे लगातार इजाफा हो रहा है। इसका क्षेत्रफल करीब 8 वर्गमील यानि की 12 किलोमीटर के एरिया में फैला है जिसे 22 टोले(पट्टी) में बांटा गया है, खास बात यह है कि हर टोले का नाम किसी फेसम पर्सनेलिटी के उपर रखा गया है। जानने वाले इस गांव को सोल्जर विलेज के नाम से भी जानते हैं क्योंकि यहां हर परिवार से कोई ना कोई व्यक्ति सेना में जाकर देश की सेवा कर रहा है, इस चीज का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिलहाल इस गांव में 15 हजार से ज्यादाा पूर्व सैनिक रह रहे हैं। जिनमें 12 हजार सेे ज्यादा लोग कर्नल की पोस्ट तक पहुंचे हैं।

समा सकते हैं कई देश

यह गांव आकार में इतना बड़ा है कि इसमें वेटिकन सिटी जिसका क्षेत्रफल (44 हैक्टेयर), मोनाको (2 किमी), जिब्राल्टर (6.5 किमी) और टोकेलाऊ (12) जैसे देश आराम से समा जाएंगे। जिस कारण यह एशिया का सबसे गांव भी है। यहां शहर जैसी सुविधाएं आम नागरिकों को मुहैया करवाई जाती है। लोगों को जरुरत का सामान लेने के लिए बड़े शहर नहीं जाना होता है।

एशिया का सबसे छोटा गांव

एशिया के सबसे छोटे गांव का दर्जा श्रीलंका के वालपोलमुल्ला गांव को माना जाता है। जंगल के बीचोबीच बसा है। यहां केवल एक महिला रहती है। वहीं, भारत का सबसे छोटा गांव अरूणाचल प्रदेश राज्य में स्थित है, जिसे ‘हा’ नाम से जाना जाता है। जो कि कुरुंग कुमेय जिले के लॉन्गडिंग कोलिंग (पिप्सोरांग) सर्कल में आता है। साल 2011 में हुई जनगणना की माने तो इस गांव में 58 परिवार रहते हैं। जिनकी कुल जनसंख्या 289 है, जिसमें 138 पुरुष और 151 महिलाएं हैं।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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