देहरादून, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड विधानसभा चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज हो चली है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य (Governor Baby Rani Maurya) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजा। इस्तीफे के साथ ही मोर्य के यूपी से चुनाव (Uttar Pradesh Election 2021) लड़ने की अटकलें तेज हो गई है।वही भाजपा (BJP) द्वारा बड़ी जिम्मेदारी देने की भी चर्चा तेज है।वहीं, अब प्रदेश के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।
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दो दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ मुलाकात के बाद से ही राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे की अटकलें जोरों पर थी, हाल ही में 26 अगस्त को उन्होंने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे किए है।इसके बाद आज राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि करते हुए सब कयासों पर विराम लगा दिया है। राज्यपाल ने राष्ट्रपति (President Ram Nath Kovind) को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। संभावना जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चाएं हैं।
भाजपा की वरिष्ठ नेता और आगरा की पूर्व मेयर बेबी रानी मौर्य को तीन वर्ष पहले उत्तराखंड की राज्यपाल (Uttarakhand Governor) बनाया गया था। बेबी रानी मौर्य ने 27 अगस्त 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। अपने तीन साल के कार्यकाल के बाद उन्होंने आज 8 सितंबर को पद से इस्तीफा दे दिया। बेबी रानी मौर्य उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल थीं। उन्होंने केके पॉल का स्थान लिया था।
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बेबी रानी मौर्य राज्य बाल आयोग की सदस्य रह चुकी हैं। पूर्व में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के साथ एत्मादपुर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है, लेकिन जीत नहीं मिली थी। इस इस्तीफे के साथ ही नए राज्यपाल के नाम की चर्चाएं तेज हो गई है।