भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव देखा जा रहा है, वहीं अब इस बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशो के बीच हुई एक गुप्त बैठक सुर्खियों में आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और कनाडाई समकक्ष के बीच हुई है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कनाडाई अधिकारियों ने NSA के सामने साक्ष्य प्रस्तुत किए कि भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को शामिल किया था। हालांकि इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
दरअसल पिछले कुछ समय से भारत और कनाडा के बीच के संबंध बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल कनाडा का आरोप है कि भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सहारा लिया था।
बैठक में कनाडाई अधिकारियों द्वारा सबूत पेश किए गए?
वहीं इस बैठक की जानकारी द वाशिंगटन पोस्ट ने एक अज्ञात कनाडाई अधिकारियों के हवाले से साझा की है। रिपोर्ट की मानें तो इस बैठक में कनाडाई अधिकारियों द्वारा सबूत पेश किए गए है कि भारत द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और इसके साथ ही सिख अलगाववादियों पर हमले करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की सहायता ली थी। हालांकि इन दावों पर भारत के विदेश मंत्रालय की और से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
जानिए क्या हुआ इस गुप्त बैठक में?
इसके साथ ही इस रिपोर्ट की माने तो, अजीत डोभाल ने यह दिखाने की कोशिश की कि उन्हें लॉरेंस बिश्नोई के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में अजीत डोभाल ने इसे स्वीकार किया कि “बिश्नोई जहां भी कैद है, वहां से हिंसा को अंजाम देने में सक्षम है वह अपनी जेल की कोठरी से कुछ गलत करने के लिए जाना जाता है।” बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसका शक बिश्नोई गैंग पर भी मंडराया था।