छात्रों को बड़ी राहत, घटाया गया 12 वीं क्लास के एनुअल एग्जाम का सिलेबस

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देश में मार्च से शुरू हुई कोरोनावायरस महामारी (corona virus pandemic) के कारण लॉकडाउन (lockdown) लगाया गया था। लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूलों को बंद (schools shutdown) कर दिया गया था। स्कूल बंद पड़ जाने से बच्चों की पढ़ाई (education) में काफी नुकसान हुआ है। पढ़ाई के नुकसान को कम करने के लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन क्लासेस (online classes) शुरु की गई थी जो अभी भी जारी है। वहीं महामारी के चलते हुए पढ़ाई के नुकसान को मद्देनजर सरकार (government) ने 12वीं क्लास के एनुअल एग्जाम (annual exam syllabus) का सिलेबस घटा दिया है, जिससे छात्र अपनी परिक्षा की तैयारी अच्छे से कर सके और परिक्षा में अच्छी तरह से परफॉर्म कर सके।।

बता दें कि कुछ समय पूर्व 10 और 12 वीं में शिक्षा व्यवस्था बदलाव करने की बात सामने आई थी। उसी के तहत परीक्षा के पैटर्न में बदलाव करने की तैयारी की जा रही थी। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कॉमर्स (commerce) और आर्ट्स (Arts) फैकेल्टी के अर्थशास्त्र विषय को भी एक कर दिया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।