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Mon, Dec 15, 2025

Rajasthan: थप्पड़कांड में निलंबित SDM छोटू लाल शर्मा का विवादों से पुराना नाता, 2017 और 2018 में भी लगे थे गंभीर आरोप

Written by:Banshika Sharma
भीलवाड़ा में पेट्रोल पंप कर्मचारी को थप्पड़ मारने के आरोप में निलंबित एसडीएम छोटू लाल शर्मा का विवादित अतीत सामने आया है। 2017 में एक अधिकारी को पीटने और 2018 में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद अब विभाग ने पुराने मामले फिर से खोल दिए हैं।
Rajasthan: थप्पड़कांड में निलंबित SDM छोटू लाल शर्मा का विवादों से पुराना नाता, 2017 और 2018 में भी लगे थे गंभीर आरोप

जयपुर/भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक पेट्रोल पंप कर्मचारी को थप्पड़ मारने के मामले में निलंबित हुए एसडीएम छोटू लाल शर्मा का विवादों से गहरा नाता रहा है। 21 अक्टूबर 2025 की रात हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। अब उनके खिलाफ पुराने मामले भी फिर से जांच के दायरे में आ गए हैं।

यह ताजा मामला भीलवाड़ा के एक पेट्रोल पंप का है, जहां एसडीएम छोटू लाल शर्मा ने कथित तौर पर एक कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया और उसे थप्पड़ जड़ दिया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई, जिसके दबाव में प्रशासन को निलंबन की कार्रवाई करनी पड़ी। विभाग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, जो अब अंतिम चरण में बताई जा रही है।

पहले भी कर चुके हैं मारपीट

एसडीएम छोटू लाल शर्मा के लिए पद पर रहते हुए मारपीट का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2017 में भी उन पर ऐसे ही गंभीर आरोप लगे थे। उस समय भीलवाड़ा जिले के मांडल उपखंड के अंबा गांव में एक बैठक के दौरान उनकी पंचायत समिति विकास अधिकारी से कहासुनी हो गई थी। बात इतनी बढ़ी कि उन्होंने अधिकारी को थप्पड़ मार दिया, जिस पर काफी बड़ा विवाद हुआ था।

इसी साल, 2017 में ही, कर्मचारियों से जुड़े एक अन्य विवाद के चलते प्रशासनिक विभाग ने उन्हें एपीओ (Awaiting Posting Orders) कर दिया था। इन घटनाओं ने उनके करियर को काफी प्रभावित किया था, लेकिन वे पद पर बने रहे।

भ्रष्टाचार के भी लग चुके हैं आरोप

मारपीट के अलावा छोटू लाल शर्मा पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे हैं। साल 2018 में जब वे भीलवाड़ा के बैराठ इलाके में तैनात थे, तब एक पेट्रोल पंप संचालक ने उन पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। यह मामला सामने आने के बाद काफी तूल पकड़ा और उन्हें वहां से हटाकर जयपुर भेज दिया गया था।

लगातार विवादों में घिरे रहने के कारण उनकी छवि एक दबंग और विवादित अधिकारी की बन गई है। ताजा थप्पड़कांड के बाद अब प्रशासन उनके पुराने सभी मामलों की फाइलें फिर से खंगाल रहा है, ताकि उनके सेवा रिकॉर्ड के आधार पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।