Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोग होते हैं भाग्यशाली, हर क्षेत्र में मिलती है सफलता

चाणक्य ने एक शक्तिशाली साम्राज्य की स्थापना का सपना देखा था। उन्होंने नंद वंश के अत्याचारों से त्रस्त होकर चंद्रगुप्त मौर्य को प्रशिक्षित किया और उन्हें सम्राट बनाने के लिए अपनी पूरी शक्ति झोंक दी।

Sanjucta Pandit
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Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य का जन्म लगभग 350 से 400 ईसा पूर्व हुआ माना जाता है। उनका वास्तविक नाम विष्णुगुप्त या कौटिल्य था। चाणक्य एक कुशल राजनीतिक रणनीतिकार थे। उन्होंने नंद वंश के अत्याचारी राजा घनानंद को हटाने और मौर्य वंश की स्थापना करने की योजना बनाई। उस समय भारत छोटे-छोटे राज्यों में बंटा हुआ था और चाणक्य ने एक शक्तिशाली साम्राज्य की स्थापना का सपना देखा था। उन्होंने नंद वंश के अत्याचारों से त्रस्त होकर चंद्रगुप्त मौर्य को प्रशिक्षित किया और उन्हें सम्राट बनाने के लिए अपनी पूरी शक्ति झोंक दी। उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को महान योद्धा और सक्षम शासक बनाने के लिए प्रशिक्षित किया। साथ ही मौर्य वंश की नींव रखी। चाणक्य की रणनीति, नीतियां और विचारधारा आज भी बड़े-बड़े नेताओं द्वारा अपनाई जाती है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको उन भाग्यशाली लोगों के बारे में बताएंगे, जिनके अंदर ये 2 गुण पाए जाते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोग होते हैं भाग्यशाली, हर क्षेत्र में मिलती है सफलता

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चाणक्य नीति के अनुसार, वे लोग भाग्यशाली होते हैं जो सही समय पर सही निर्णय लेते हैं और समझदारी से काम करते हैं। अक्सर लोग सही समय पर सही निर्णय नहीं ले पाते हैं। जब उन्हें सही निर्णय का महत्व समझ में आता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। उनका मानना था कि वही व्यक्ति सौभाग्यशाली होता है, जिसे समय और समझ का एक साथ उपयोग करना आता है।

समय की समझ

चाणक्य नीति के अनुसार, जीवन में समय का बहुत बड़ा महत्व है। समय का सही उपयोग करना और उसे व्यर्थ न जाने देना चाहिए। व्यक्ति को हमेशा समय का पाबंद रहना चाहिए। समय की पाबंदी व्यक्ति को अनुशासन सिखाती है, जिससे वह अपने लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ पाता है।

निर्णय लेने की क्षमता

आचार्य चाणक्य का मानना था कि किसी भी व्यक्ति को कोई भी निर्णय समझदारी और विवेकपूर्ण तरीके से लेना चाहिए। यदि इंसान सही समय पर सही निर्णय लेने में सक्षम होते हैं, तो वह अपने जीवन में सफलता अवश्य प्राप्त करते हैं। भावनाओं में बहकर कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए, बल्कि निर्णय को लेने से पहले पूरी तरह से सोच-विचार करना चाहिए।

इसलिए आचार्य चाणक्य का कहना था कि जब हमारे पास सही समय पर सही समझ हो, तो हम जीवन में बड़ी सफलताएं प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि जब हमें समय का महत्व समझ में आता है, तब तक वह समय निकल चुका होता है

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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