गरूड़ पुराण (Garuda Purana) में जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बतायी गई है, जिसका पालन करके व्यक्ति सुखी और सफल जीवन जी सकता है. इसमें विशेष रूप से कुछ ऐसे कार्यों का उल्लेख किया गया है जिन्हें अधूरा छोड़ना बड़ा नुक़सानदायक हो सकता है.
अगर इन कार्यों को बीच में छोड़ा जाए तो व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों और मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि वे कौन-कौन से कार्य है जिन्हें कभी भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए.
इन 3 कामों को अधूरा छोड़ना पड़ सकता है भारी (Garuda Purana)
पहला काम
गरुड़ पुराण में ऐसा कहा गया है कि अगर किसी से उधार लिया है तो उसे जल्द से जल्द उसके पैसे वापस लौटा देना चाहिए. ऋण को टालने से ना केवल ब्याज पड़ता है बल्कि यह व्यक्ति के रिश्तों में भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
दूसरा काम
गरूड़ पुराण में ऐसा भी कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति बीमार है, तो उसे जल्दी ठीक करने के लिए दवा का सेवन पूरा करना चाहिए कई बार लोग अपने इलाज को बीच में ही छोड़ देते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से बिमारी और भी गंभीर हो सकती है और इलाज की प्रक्रिया धीमी हो सकती है.
तीसरा काम
गरूड़ पुराण के अनुसार छोटी सी चिंगारी भी बड़ा नुक़सान का कारण बन सकती है. अगर कहीं आग लगी हुई है और आपने उसे बुझा दिया है, तो इस बात का ध्यान रखें की वह आग पूरी तरह से बुझ चुकी हैं, कई बार हमें लगता है कि आग बुझ गई है और हम उसे अधूरा छोड़ देते हैं और फिर बाद में आग फैल जाती है, इससे कई बड़े नुक़सान हो सकते हैं.