Vastu Tips for Home : वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण विज्ञान है, जिसे घर, मंदिर, नगर और अन्य भवनों की निर्माण में लागू किया जाता है। बता दें कि वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व होता है, जिसमें प्रत्येक दिशा को अलग-अलग गुण शामिल है। इसी कड़ी में आज हम आपको दक्षिण दिशा के बारे में बताएंगे, जिसे पितरों का दिशा माना गया है। आपने देखा होगा कि जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उन्हें दक्षिण दिशा की ओर पर कर लिटाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि यमराज इसी दिशा से आकर मनुष्य के प्राण हर कर ले जाते हैं। इसलिए इस दिशा को लेकर कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं। जिसका पालन बहुत जरूरी है। यदि आप इनका पालन नहीं करते हैं, तो आपको बहुत सारे नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…
इन गलतियों को करने से बचें
- वास्तु शास्त्र में कहा जाता है कि दक्षिण दिशा में जूते और चप्पलों को नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है। इसके दक्षिण दिशा में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान रखने को शुभ नहीं माना जाता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा कभी भी पूजा नहीं करनी चाहिए। इससे घर में नेगेटिव एनर्जी प्रवेश करती है, जिससे आपके और आपके परिवार को बहुत नुकसान हो सकता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में भूलकर भी ना लगाए। हिंदू धर्म में मां तुलसी को भगवान विष्णु की पत्नी माना जाता है। अगर दक्षिण दिशा में आप इसे स्थापित करते हैं, तो इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है, जिससे माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो जाएगी और आपके जीवन में परेशानियां आने लग जाएगी।
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