Ashtalakshmi Rajyog : वैदिक ज्योतिष और ज्योतिष शास्त्र में राजयोग का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। राजयोग जातकों की कुंडली में ग्रहों के गोचर होने की वजह से निर्माण बनता है। राजयोग की वजह से व्यक्तियों को जीवन में काफी ज्यादा बदलाव देखने को मिलते हैं। हालांकि कुछ राजयोग शुभ माने जाते हैं तो कुछ राजयोग को नुकसान देने वाला भी माना जाता है।
हालांकि हर किसी की कुंडली में यह नहीं पाया जाता है। लेकिन जिसकी भी जन्म कुंडली में राजयोग का निर्माण होता है उसे व्यक्ति का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है। उसे व्यक्ति को जीवन में हर तरह के सुख मिलते हैं। इतना ही नहीं उसके पास धन की भी कोई कमी नहीं होती है।
आज हम आपको एक ऐसे राजयोग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके कुंडली में निर्माण होने की वजह से जातकों की जिंदगी काफी ज्यादा बदल जाती है। यह राजयोग बेहद शुभ माना जाता है। इस राजयोग की वजह से जातकों पर माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इतना ही नहीं उनके पास धन की भी कभी कोई कमी नहीं होती है।
Ashtalakshmi Rajyog के बारे में जानें
हम बात कर रहे हैं अष्ट लक्ष्मी राजयोग के बारे में। जी हां इस साल शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने की वजह से कई जातकों की कुंडली में अष्ट लक्ष्मी महायोग का निर्माण हुआ है। इस ग्रह के परिवर्तन की वजह से कई राशियों के जातकों की किस्मत चमक गई है तो क्यों को धन संपत्ति का लाभ हुआ है। चलिए जानते हैं इस राजयोग के बारे में विस्तार से –
ऐसे होता है कुंडली में अष्टलक्ष्मी योग का निर्माण
वैदिक ज्योतिष में राहु नैसर्गिक पापी ग्रह के रूप में जाना जाता है। इस ग्रह की अपनी कोई राशि नहीं है। वहीं जिस राशि में ये पाया जाता है उस राशि के स्वामी और भाव के मुताबिक फल देता है। राहु जब छठे भाव में स्थित होता है और केंद्र में गुरू होता है इसी वजह से कुंडली में अष्टलक्ष्मी योग का निर्माण होता है। ये जातकों को उत्तम फल देता है।
इस योग वाले जातकों को लक्ष्मी देवी की कृपा हमेशा मिलती है। इन्हें हमेशा यश और मान सम्मान मिलता है। ये लोग ईश्वर के प्रति आस्थावान होता है। राहु द्वारा निर्मित शुभ योगों में लग्न कारक योग माना जाता है। ये शुभ कारक होता है जिससे दुर्घटना की संभावना कम रहती है। स्वास्थ्य उत्तम रहता है। आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है एवं सुखी जीवन जीते हैं।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।