Budh Gochar/Bhadra Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है, ये बुद्धि और व्यापार के कारक होते है। जब भी बुध गोचर, वक्री या फिर उदय होते है तो राशियों पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ता है।वर्तमान समय में बुध, सिंह राशि में मार्गी अवस्था में हैं। इसके पश्चात 1 अक्टूबर को बुध ग्रह स्वराशि कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इससे भद्र राजयोग का निर्माण होगा।
सूर्य भी कन्या राशि में है विराजमान
ज्योतिष के मुताबिक, वर्तमान में सूर्य ने कन्या राशि में प्रवेश किया है और वे 18 अक्टूबर से यही विराजमान रहने वाले है, ऐसे में बुध के प्रवेश करने पर बुध सूर्य की युति बनेगी और बुधादित्य राजयोग का भी निर्माण होगा, हालांकि यह थोड़े समय के लिए रहेगा, क्योंकि अक्टूबर में सूर्य फिर राशि परिवर्तन करेंगे। लेकिन अक्टूबर में इन दोनों राजयोग का लाभ कई राशि के जातकों के लिए लकी साबित होगा।
पंचांग के अनुसार, 1 अक्टूबर को बुध देव देर शाम सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। 7 अक्टूबर को स्वाति नक्षत्र में भी प्रवेश करेंगे। इसके बाद 31 अक्टूबर को विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। कन्या राशि में बुध उच्च का होता है, जिससे 12 राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव पड़ता है।
जानिए कब बनता है कुंडली में भद्र राजयोग
ज्योतिष के मुताबिक, यह राजयोग तब बनता है, जब कुंडली में बुध ग्रह स्वराशि या उच्च राशि में विराजमान होते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार , यह योग बुध ग्रह से संबंधित है। यदि आपकी कुंडली में बुध लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित हैं अर्थात बुध यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में मिथुन अथवा कन्या राशि में स्थित हैं तो आपकी कुंडली में भद्र योग है।
बुध-सूर्य की युति से बनेगा बुधादित्य राजयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य योग बनता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। सौरमंडल में सूर्य के सबसे नजदीक बुध ग्रह ही होता है, ऐसे में कुंडली में बुध और सूर्य ज्यादातर समय एक साथ ही दिखाई देते हैं और बुधादित्य योग लगभग सभी व्यक्तियों की कुंडली में पाया जाता है।
4 राशियों के लिए शुभ साबित होगा बुध का कन्या में गोचर
कन्या राशि : बुध का गोचर और भद्र राजयोग जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं होने वाला है,क्योंकि बुध एक साल बाद कन्या राशि में गोचर करने जा रहे है।पार्टनरशिप में बिजनेस करने वालों को धन लाभ हो सकता है। कार्यों में सफलता के योग है।अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और कार्यों में सिद्धि प्राप्त होगी। नए काम की शुरुआत के लिए समय अनुकूल है। व्यापारियों को अच्छा लाभ मिल सकता है, व्यापार का विस्तार हो सकता है। कोई नई डील फाइनल हो सकती है।धनलाभ और आय वृद्धि के योग बनेंगे।
सिंह राशि : बुध का गोचर और भद्र राजयोग अच्छा साबित होने वाला साबित हो सकता है। आय में वृद्धि के योग बनेंगे और रुका हुआ धन भी वापस मिल सकता है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी वालों के लिए समय अनुकूल रहेगा, इसके माध्यम से धनलाभ हो सकता है। व्यापार में उन्नति होगी, कोई नई डील हाथ लग सकती है।करियर के लिए यह समय अनुकूल साबित हो सकता है। यात्राएं करनी पड़ सकती है। नई व्यापारिक योजना के लिए सही समय है। खर्चे थोड़े बढ़ सकते है, समय अनुकूल रहेगा।
मिथुन राशि : बुध के गोचर से भद्र राजयोग का बनना जातकों के लिए शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा, काम- कारोबार में सफलता मिलने के योग है। लंबे समय से चल रहा पैतृक संपत्ति का विवाद और घरेलू तनाव खत्म हो सकता है । आर्थिक मामलों में लाभ होगा। वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते है। राजनीति या रियल स्टेट, प्रापर्टी से जुड़े लोगों के लिए समय लाभकारी साबित हो सकता है। नई ऊर्जा का संचार होगा।समाज में मान- सम्मान की वृद्धि होगी।
धनु राशि : बुध का गोचर और भद्र राजयोग लकी साबित हो सकता है। बेरोजगारों के लिए समय अनुकूल रहेगा, नई नौकरी के ऑफर मिल सकते है ।नौकरीपेशा लोगों का प्रमोशन हो सकता है या वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकता है। बिजनेस वालों को भी अच्छा मुनाफा होने के प्रबल योग बनेंगे। कोई नया शुरू करने के लिए समय अच्छा है। धन लाभ से आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।काम- कारोबार में तरक्की मिल सकती है। लोगों को प्रभावित करने में सफल होंगे, कार्यस्थल पर भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होंगे।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)