Shukra Gochar/Mangal Shukra Yuti/Rajyog : किसी भी राशि में एक साथ दो ग्रहों का होना युति कहलाता है। ग्रहों की युति ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही विशेष मानी जाती है। इसी कड़ी में जुलाई में एक अहम युति बनने जा रही है। 01 जुलाई को मंगल ग्रह सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं और आज 07 जुलाई को शुक्र ग्रह सिंह राशि में गोचर करने वाले हैं, ऐसे में 9 ग्रहों में खास प्रभाव रखने वाले ग्रह शुक्र और मंगल, सिंह राशि में युति बनाने जा रहे है,जिसका प्रभाव कई राशियों पर शुभ अशुभ पड़ने वाला है।
पंचांग के अऩुसार, शुक्र 07 जुलाई 2023 को सुबह के समय 03:30 पर गोचर होने जा रहा है। शुक्र कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे। इस दौरान मंगल और शुक्र की युति से लग्न भंग योग बनेगा। शुक्र ग्रह 23 जुलाई 2023 को सिंह राशि में प्रातः 6:00 बजे वक्री अवस्था में आएंगे और उसी वक्री चाल में 7 अगस्त की प्रातः 11:30 तक रहेंगे फिर कर्क राशि में वापस लौट जाएंगे, इस दौरान बुध और शुक्र साथ आकर लक्ष्मी नारायण योग बनाएंगे। इसके बाद शुक्र पुनः 2 अक्टूबर 2023 को रात्रि 12:00 बज कर 45 मिनट पर सिंह राशि में दोबारा गोचर करेंगे।
मंगल शुक्र की युति इन राशियों के लिए शुभ
मिथुन राशि : मंगल-शुक्र की युति बहुत ही लाभ देने वाली साबित होगा। इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। धन लाभ के कई अवसर मिलेंगे। नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी के मौके मिलेंगे। अचानक कहीं से धन की प्राप्ति होने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
मकर राशि : मंगल चौथे (केंद्र) और शुक्र पांचवें भाव (त्रिकोण) के स्वामी हैं, जिनके एक साथ सिंह में बैठे होने से राजयोग का निर्माण हो रहा है। मंगल आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव के स्वामी भी हैं। ऐसे में धन योग भी बन रहा है। इस दौरान कार्यों में मिलने वाले परिणामों में देरी भी देखने को मिल सकती है, लेकिन सफलता जरुर मिलेगी। बिज़नेस करने वाले जातकों को मुनाफा मिलेगा।
वृश्चिक राशि : शुक्र आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब दसवें भाव में एक साथ विराजमान होंगे। यह करियर, सामाजिक स्थिति और मान-सम्मान का भाव है। जब कभी भी यह दोनों ग्रह दसवें भाव में एक साथ आते हैं, तब जातकों में पेशेवर जीवन में तरक्की और समाज में सम्मान पाने के अवसर बनते हैं। इस दौरान रोजगार और व्यवसाय में शानदार तरक्की के योग बन रहे हैं। करियर में तरक्की,समाज में मान-सम्मान, कारोबार और रोजगार में भी उन्नति के योग बन रहे हैं।
तुला राशि – मंगल शुक्र की युति का लाभ तुला राशि के जातकों का मिलने वाला है। मान-सम्मान में वृद्धि होने से आपका मन कार्यों में अधिक लगने वाला है। व्यापार में लाभ और वृद्धि के आसार है। आपकी सुख-सुविधाओं में इजाफा होगा।
सिंह राशि : मंगल शुक्र की युति लाभकारी सिद्ध होने वाली है। लव लाइफ के लिए समय बेहद अनुकुल है। जो कुंवारे हैं, उनके विवाह के योग बन रहे हैं। शुक्र-मंगल युति के कारण आपकी क्रिएटिविटी बढ़ेगी और सट्टा, मार्केट या इन्वेस्टमेंट से फायदा मिल सकता है। संतान प्राप्ति के भी योग बन रहे हैं।
धनु राशि – शुक्र और मंगल की युति धनु राशि वालों के भाग्य में वृद्धि करवाएगा। भाग्य का अच्छा साथ मिलने से जीवन में धन की कोई कमी महसूस नहीं होगी। नौकरीपेशा को अवसरों की प्राप्ति होने वाली है। शुक्र-मंगल की युति से नौकरी में प्रमोशन और वेतन में वृद्धि के प्रबल योग बन रहे हैं। बिजनेस में लाभ और तगड़े मुनाफे के योग है।
शुक्र गोचर से इन राशियों को रहना होगा बेहद सावधान
कन्या राशि : शुक्र के गोचर के दौरान जातकों को सावधान रहने की जरूरत है। अपनी भौतिक सुख-सुविधाओं की वृद्धि पर काफी धन खर्च करेंगे ।भाग्य थोड़ा कमजोर रहेगा। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सावधानी बरतनी होगी। अपने गुस्से पर काबू रखें और मधुमेह के रोगियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह है। परिवार के किसी सदस्य को कोई कीमती गिफ्ट दे सकते हैं। अपने पिता और अपने गुरुओं के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद से आपको बचना होगा।
मीन राशि : शुक्र गोचर नकारात्मक प्रभाव लेकर आएगा। भाई बहनों के साथ कोई विवाद हो सकता है। अगर पारिवारिक संपत्ति को लेकर कोई विवाद चल रहा था तो उसे कोर्ट के बाहर ही समझाने की कोशिश करें। स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना होगा। पेट से संबंधित कोई दिक्कत हो सकती है। नौकरी में भी आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त नहीं होंगे। अगर आप नौकरी बदलना चाहते हैं तो यह समय अनुकूल नहीं है। इस समय आयात निर्यात से जुड़े व्यापारी वर्ग को भी धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
मकर राशि :गोचर के दौरान सावधान रहने की जरूरत है। शुक्र के इस गोचर से मकर राशि के जातकों को पढ़ाई पर असर पड़ सकता है।सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को प्रतिकूल परिणाम मिलने की संभावना है।किसी महिला सहकर्मी के साथ मतभेद बढ़ सकते हैं। शांति से काम लें, वाणी को बहुत ही संतुलित तरीके से इस्तेमाल करें। वैवाहिक जीवन में थोड़े तनाव के संकेत मिल रहे हैं और स्त्री पर धन खर्च भी हो सकता है।
कुंडली में बेहद शुभ होता है मालव्य योग
- पंचमहापुरुष राजयोग में से एक है मालव्य महापुरुष राज योग। मालव्य योग का बहुत ही शुभ माना जाता है। यह योग शुक्र से संबंधित है, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य योग बनता है।
- कुंडली के पहले घर में शुक्र के द्वारा मालव्य योग बनाने से जातक सौंदर्य, व्यवसायिक सफलता तथा प्रसिद्धि आदि प्राप्त करता है। कुंडली के चौथे भाव में मालव्य योग निर्माण से जातक को संपत्ति, ऐश्वर्य, वैवाहिक सुख, वाहन, विलासपूर्ण घर तथा विदेश यात्रा के योग बनते है।
- कुंडली के 7वें भाव में बनने से बिजनेस, फिल्म इंडस्ट्री, फैशन जगत अथवा सौंदर्य प्रतियोगिताओं के माध्यम नेशनल या इंटरनेशनल ख्याति प्राप्त कर सकता है। 10वें भाव में जातक व्यापार, सिनेमा, होटल व्यवसाय, हवाई सेवा आदि से आर्थिक लाभ कमा सकता है और नये मुकाम हासिल कर सकता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)