Astrology: इस ग्रह के कारण व्यक्ति हो जाता है आलसी, अधूरे रह जाते हैं कई काम

कुंडली में ग्रहों की खराब स्थिति से व्यक्ति आलस्य के चपेट में आ जाता है। जिसके कारण उसे कोई भी काम करने का मन नहीं करता।

Manisha Kumari Pandey
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Astrology: कुंडली में ग्रहों की दिशा और दशा के कारण इंसानों के जीवन में कई बदलाव होते हैं। स्वभाव, व्यवहार, भोजन इत्यादि का संबंध भी ग्रहों और नक्षत्रों से होता है। आलस्य के पीछे भी ग्रहों की स्थिति हो सकती है। कई लोग बिना चाहे आलस्य का शिकार हो जाते हैं, जिसके कारण जीवन के कई महत्वपूर्ण काम अधूरे रह जाते हैं। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली का तीसरा और ग्यारहवां भाव पराक्रम का होता है, जिसके कमजोर होने से व्यक्ति आलसी हो जाता है।

शनि के कमजोर होने से व्यक्ति होता है आलसी

आलस्य का सबसे बड़ा कारण शनि ग्रह को माना जाता है। शनि की स्थिति कमजोर होने से व्यक्ति आलस्य का शिकार होता ही। इस ग्रह के प्रकोप ने व्यक्ति का आलस्य इस हद्द तक बढ़ जाता है कि वह बिस्तर से उठना तक नहीं चाहता। काम के बारे में सिर्फ सोचता है, लेकिन उसे कर नहीं पाता।

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