- जनवरी में मकर राशि में प्रवेश करेंगे बुध और सूर्य
- बुध सूर्य की युति से बनेगा बुधादित्य राजयोग
- 5 राशियों को मिलेगा राजयोग का लाभ
Budhaditya Rajyog In Capricorn : हर ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। इस दौरान एक राशि में दो या दो अधिक ग्रहों के आने से युति, संयोग और राजयोग का निर्माण होता है, जिसका असर मानव जीवन, पृथ्वी और सभी राशियों पर सकारात्मक नकारात्मक पड़ता है। इसी क्रम में जनवरी में ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य की मकर राशि में युति हो रही है, जिससे बुधादित्य राजयोग बनेगा।
ज्योतिष के अनुसार , 14 जनवरी 2025 को आत्मा के कारक सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे। बुद्धि, मित्रता, तर्क, ज्ञान के कारक बुध भी 24 जनवरी 2025 को मकर राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे मकर राशि में दोनों ग्रहों की युति बनेगी और बुधादित्य योग का निर्माण होगा। जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक राशि में एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। आईए जानते है कौन सी है वो लकी राशियां…..
4 राशियों के लिए लकी साबित होगा Budhaditya Rajyog
मेष राशि: ग्रहों का गोचर और राजयोग जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। नौकरीपेशा को पदोन्नति के साथ वेतन वृद्धि का लाभ मिल सकता है। बिजनेस को बड़ा मुनाफा मिल सकती है। आपको नए ऑर्डर मिल सकते हैं। रुके हुए काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं।
कर्क राशि: बुधादित्य राजयोग का बनना जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। नौकरी में प्रमोशन और तरक्की के अवसर मिल सकते है। कारोबार में बड़ा लाभ मिलने के योग बन रहे हैं।अटके और रुके कामों को गति मिलेगी।हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
मकर राशि: सूर्य बुध की युति और बुधादित्य राजयोग का निर्माण जातकों के लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। करियर कारोबार के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। शादीशुदा को परिवार का साथ मिलेगा। संतान की ओर से आ रही समस्याएं समाप्त हो सकती है।आत्म विश्वास में वृद्धि होगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीत सकता है। बेरोजगारों को नई नौकरी के कई अवसर मिल सकते हैं।
तुला राशि: बुध सूर्य युति और बुधादित्य राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभप्रद साबित हो सकता है। प्रापर्टी, रियल स्टेट, मेडिकल के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ मिल सकता है। परिवार का सहयोग मिलेगा। भौतिक सुख- सुविधाओं में वृद्धि होगी। इस अवधि में कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं।करियर को लेकर कोई नया अवसर मिल सकता है ।
जानिए बुधादित्य राजयोग के बारें में
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)