Budhaditya Rajyog In Virgo: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित अवधि पर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते है और अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं, जिसका असर मानव जीवन और पृथ्वी पर व्यापक रूप से देखने को मिलता है, ऐसा ही एक संयोग गणेश चतुर्थी के बाद देखने को मिलेगा, जब ग्रहों के राजा सूर्य और ग्रहो के राजकुमार बुध की युति से कन्या राशि में बुधादित्य राजयोग बनेगा।
ज्योतिष के अनुसार, सुख-समृद्धि, मान-सम्मान के कारक सूर्य 16 सितंबर और वाणी, बुद्धि, व्यापार के कारक बुध 23 सितंबर को कन्या में प्रवेश करेंगे। ऐसे में इन दोनों की युति से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। बुधादित्य योग से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
बुधादित्य राजयोग से चमकेगी इन राशियों की किस्मत
सिंह राशि : सूर्य बुध की युति और राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।अचानक से रुका पैसा मिलने के प्रबल योग है।व्यापार में वृद्धि होगी और खूब मुनाफा होगा । मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। लंबे समय से अटके कामों को गति मिलेगी। सूर्य का आर्शीवाद बना रहेगा।
वृश्चिक राशि : बुधादित्य राजयोग का बनना जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में बढ़ोतरी के साथ नए नए अवसर मिलेंगे। कारोबार में मुनाफा मिलने के योग गै। इस अवधि में निवेश से लाभ मिल सकता है। संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार मिल सकता है। वहीं आपकी इच्छाओंं की पूर्ति होगी।नौकरीपेशा के लिए समय अनुकूल साबित हो सकता है।
मकर राशि : ग्रहों का गोचर और बुधादित्य राजयोग का बनना फलदायी सिद्ध हो सकता है। भाग्य का साथ मिलेगा। विदेश यात्रा के प्रबल योग है।भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है ।करियर में तरक्की मिल सकती है।आय में बढ़ोत्तरी के प्रबल संकेत है। कोई धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इस समय आप धन की सेविंग करने में सफल रहेंगे।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)