वैदिक ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का विशेष महत्व होता है। ये नवग्रह पर समय-समय पर अपनी चाल बदलते रहते हैं। इस दौरान शुभ और अशुभ योग का निर्माण निर्माण होता है। सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह गुरु के गोचर से बेहद ही शुभ योग का निर्माण हुआ है। विवाह, संतान, भाग्य, ज्ञान, धन-संपत्ति इत्यादि के कारक गुरु 1 मई को राशि परिवर्तन कर चुके हैं। देवताओं के गुरु बृहस्पति के वृषभ राशि में गोचर करने से “कुबेर राजयोग” का निर्माण हो रहा है। इसका सकारात्मक प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा। आइए जानें ये लकी राशियाँ कौन-कौन सी हैं-
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए कुबेर योग बेहद ही शुभ रहेगा। जातकों को धन लाभ होगा। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। प्रमोशन के योग बन रहे हैं। घर परिवार में खुशहाली आएगी।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए भी गुरु गोचर से बना यह राजयोग लाभकारी सिद्ध होगा। करियर में सफलता मिलेगी। नौकरी के नए अवसर मिल सकते हैं। प्रमोशन और वेतन वृद्धि के योग भी बना रहे हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए भी कुबेर योग शुभ रहेगा। जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा। लंबे समय से अटके हुए काम पूरे होंगे। धन लाभ के योग बन रहे हैं। करियर और कारोबार में में लाभ होगा। विदेश यात्रा के योग भी बना रहे हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए भी कुबेर योग शुभ रहेगा। कारोबार का विस्तार होगा। धन लाभ होगा। धार्मिक और मांगलिक कार्यों होंगे। किस्मत साथ देगी। सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी। छात्रों के लिए समय शुभ रहेगा, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी कुबेर योग लाभकारी साबित हो सकता है। वैवाहिक जीवन सुखमय होगा। विवाह के योग बनेंगे। धन-धान्य में वृद्धि होगी। धन संचय होगा। मनोकामनाओं की पूर्ति होगी।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)