Lucky Stone: हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसके जीवन में सुख समृद्धि का वास बना रहे। वह सोचता है कि जीवन में वह जो भी हासिल करना चाहता है वह उसे आसानी से मिल जाए। अपनी हर इच्छा को पूरा करने और अपने परिवार की खुशियों के लिए व्यक्ति जी तोड़ मेहनत भी करता है। हालांकि, कई बार मेहनत के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाते क्योंकि इसमें ग्रह नक्षत्र गहरी भूमिका निभाते हैं।
व्यक्ति जब भी अपने जीवन में परेशानियों का सामना करता है या उसे इच्छा के अनुरूप परिणाम नहीं मिलते तो वह ज्योतिष का सहारा जरूर लेता है। ज्योतिष की सहायता से कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति को देखकर उन्हें सुधारने की कोशिश की जा सकती है। रत्न शास्त्र ज्योतिष की एक ऐसी विद्या है, जिसमें कुछ रत्नों का उल्लेख दिया गया है। जो ग्रहों को मजबूत बनाने का काम करते हैं। आज हम आपको शनि से जुड़े रत्न नीलम के बारे में बताते हैं।
शनि का रत्न है नीलम
शनि देवता न्याय और कर्म फल के दाता हैं। अगर कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी रहती है तो व्यक्ति का जीवन सुख समृद्धि से भरा रहता है। अगर आप शनि को मजबूत बनाना चाहते हैं तो नीलम पहन सकते हैं। जो व्यक्ति नीलम धारण करता है उसे जीवन में संघर्षों का सामना नहीं करना पड़ता। हालांकि इन लोगों को कर्म पर विश्वास रखना पड़ता है और समय आने पर इन्हें बेहतरीन फल मिलता है। चलिए आज हम आपको इसे धारण करने का तरीका और परिणाम बताते हैं।
कौन करें सकता है धारण
नीलम कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ माना गया है। कुंभ और मकर राशि के लोगों को यह विशेष तौर पर लाभ देता है क्योंकि उनके स्वामी शनिदेव हैं। इसके अलावा वृषभ, मिथुन, कन्या और तुला राशि के लोग भी इसे पहन सकते हैं। जिन लोगों की कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर होती है उनके लिए यह बहुत लाभप्रद साबित होता है।
धारण करने के तरीके
- अगर आप नीलम खरीदना चाहते हैं तो इसे अपने शरीर के वजन के हिसाब से खरीदना चाहिए।
- इस अंगूठी के अलावा पेंडेंट के रूप में भी पहना जा सकता है।
- इस पंच धातु में धारण करना शुभ माना गया है।
- शनिवार के दिन इस मध्यमा उंगली में धारण कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
होंगे ये लाभ
- जो व्यक्ति नीलम धारण करता है उसकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत बनती है।
- नीलम व्यक्ति को मेहनती और परिश्रमी बनाता है, जिससे उसे करियर और कारोबार में तरक्की मिलती है।
- जिन लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहती है। वह इसे धारण करने से दूर हो जाती है। ये व्यक्ति में धैर्य भी बढ़ाता है।
- इसके साथ कभी भी माणिक्य और मूंगा नहीं पहना जाता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।