बसंत पंचमी के दिन सूर्य और शनि आएंगे एक साथ, चमकेगा इन 5 राशियों का भाग्य, बढ़ेगा मान-सम्मान, होगा धन लाभ

सरस्वती पूजा के दिन सूर्य और शनि की युति कुम्भ राशि में बनेगी। आइए जानें किन-किन राशियों पर पिता-पुत्र के इस मिलन का शुभ प्रभाव पड़ेगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Shani 2024

Surya Shani Yuti On Basant Pachami 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि और सूर्य दोनों ही ग्रहों का खास महत्व होता है। रिश्ते में दोनों पिता और पुत्र हैं, जिनके बीच हमेशा मतभेद रहता है। इन दोनों ग्रहों की युति शुभ नहीं मानी जाती, लेकिन लेकिन कुछ जातकों के पर इसका शुभ प्रभाव भी पड़ता है। इस बार की बसंत पंचमी बेहद ही खास होने वाली है। क्योंकि करीब 30 वर्षों बाद सूर्य और शनि का मिलन कुंभ राशि में होने जा रहा है। शनि पूरे साल कुंभ राशि में ही संचरण कर रहे हैं। सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे 14 फरवरी को इन दोनों ग्रहों का मिलन होगा।

मकर राशि (Capricorn)

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य और शनि की युति लाभकारी साबित होगी। कार्य क्षेत्र में आपकी प्रशंसा हो सकती है। प्रमोशन के योग बन रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। सेहत को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

मिथुन राशि (Gemini)

मिथुन राशि के जातकों के लिए भी इस युति शुभ रहेगी। कारोबार के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। सोसाइटी में मान-सम्मान बढ़ सकता है।

सिंह राशि (Leo)

सिंह राशि के जातकों को भी ग्रहों के इस मिलन से लाभ होगा। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। व्यापार से जुड़े लोगों को लाभ होगा।  निवेश से मुनाफा हो सकता है। धन लाभ के योग बन रहे हैं।

मेष राशि (Aries)

मेष राशि के जातकों के लिए भी यह युति अनुकूल रहेगी। पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग बन रहे हैं। संतान की ओर से अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।

वृषभ राशि (Taurus)

वृषभ राशि के जातकों को भी सूर्य और शनि के मिलन से लाभ होगा। वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी। रिश्तो में मिठास आएगी। छात्रों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News