Ratna Shastra: ग्रहों का हमारे जीवन पर काफी गहरा असर होता है। हम सभी की कुंडली में नौ ग्रह विरासत है जो समय-समय पर चल बदलते रहते हैं। ग्रहों की चाल में आने वाला यह बदलाव हमारे जीवन में भी परिवर्तन लाने का काम करता है। कई बार यह परिवर्तन लाभकारी साबित होते हैं और कई बार इसके विपरीत असर देखने को मिलते हैं।
जब ग्रहों की चाल का विपरीत असर हमारे जीवन पर पड़ता है, तब उसे अनुकूल बनाने के लिए हम ज्योतिष का सहारा लेते हैं। ग्रहों के जरिए शुभ परिणाम हासिल करने के लिए रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। जिस तरह से हर राशि का संबंध ग्रह से होता है उसे तरह से रत्नों का संबंध भी ग्रहों से होता है।
रत्नों को धारण करने के बाद ग्रहण के बीच संतुलन स्थापित किया जा सकता है। ऐसा होने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह के सुधार आ जाते हैं और उसकी परेशानी खत्म हो जाती है। चलिए आज हम आपको लहसुनिया रत्न के बारे में बताते हैं।
लहसुनिया रत्न
लहसुनिया ज्योतिष शास्त्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण रत्न माना गया है। इसे केतु ग्रह से जोड़ा जाता है और यह चमकीला नजर आता है। हालांकि, ये आपको पीले, सफेद और हरे रंग में भी मिल जाएगा। जब आप कुंडली में केतु की स्थिति मजबूत करना चाहे तब इसे पहन सकते हैं। यह केतु के नकारात्मक प्रभावों को काम करता है और सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
कौन करे धारण
यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है। जिनकी कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर है या फिर केतु से संबंधित कोई समस्या जीवन में चल रही है। वृषभ, मकर, तुला, कुंभ, मिथुन राशि के लोग इसे धारण कर सकते हैं।
होंगे ये लाभ
- लहसुनिया धारण करने से केतु ग्रह की स्थिति मजबूत होती है और अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं।
- इसे स्वास्थ्य से जोड़कर भी देखा गया है। यह व्यक्ति के जीवन में चल रही स्वास्थ्य संबंधी परेशानी दूर कर देता है।
- यह एक ऐसा रत्न है जिसे धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति सुधर जाती है। अगर आप धन संबंधी परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आपको इसे जरूर पहनना चाहिए।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।