Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार कुछ नया पाने की चाह में कभी ना खोएं ये 1 चीज, पड़ सकता है पछताना

आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताई गई कुछ बातों को बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी खुद का जीवन खुशहाल बना सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से...

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य का योगदान राजनीति, धर्म और व्यवसाय के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनका जन्म 4वीं से 3वीं सदी ईसा पूर्व के लगभग माना जाता है। चाणक्य का असली नाम कौटिल्य था, जिन्हें लोग विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते हैं। उन्होंने विशेष रूप से मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य को सिखाया और समर्थन प्रदान किया, जिससे उन्होंने मगध साम्राज्य की स्थापना की। चाणक्य नीति में वे व्यापार, राजनीति, शिक्षा और समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है। उन्हें प्रख्यात शिक्षक और राजगुरु के रूप में भी जाना जाता है। साथ ही उन्होंने “चाणक्य नीति”, “अर्थशास्त्र”, “नीतिशास्त्र” और “कूटनीति” आदि की रचना की थी। जिसमें राजनीति, अर्थव्यवस्था, और समाज के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा करती है। चाणक्य का योगदान समाज में नैतिकता और शास्त्रीय नीति के महत्व को आज भी महत्वपूर्ण माना जाता है। उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से नीतिशास्त्र और राजनीति के क्षेत्र में अपना योगदान दिया, जो आज भी लोगों द्वारा अपनाई जाती है। उनके उपदेशों में विश्वास करने वाले लोग आज भी उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत मानते हैं, जो अपने जीवन में सफलता की दिशा में उन्हें मार्गदर्शन करते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको चाणक्य नीति में बताई गई कुछ बातों को बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी खुद का जीवन खुशहाल बना सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से…

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार कुछ नया पाने की चाह में कभी ना खोएं ये 1 चीज, पड़ सकता है पछताना

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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है। पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।